CHATRA : चतरा जिले के कुंदा थाना क्षेत्र से पुलिस ने संदिग्ध अवस्था में फाइनेंस कर्मी का शव बरामद किया है। मृतक की पहचान कुंदा प्रखंड मुख्यालय निवासी मोहन राम के तीस वर्षीय पुत्र रॉकी कुमार के रूप में हुई है। रॉकी श्रीराम फाइनेंस नामक कंपनी में फाइनेंस और कलेक्शन डिपार्टमेंट में काम करता था। परिजनों के अनुसार रॉकी प्रतापपुर काम करने गया था। लेकिन जब देर रात तक वह घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की। इसी दौरान उसका शव प्रतापपुर-कुंदा मुख्यपथ पर स्थित जगन्नाथपुर गांव के जंगल की झाड़ी से संदिग्ध अवस्था में बरामद किया गया। परिजनों ने इस पूरे मामले में पुरानी भूमि विवाद में रॉकी की हत्या कर साक्ष्य छुपाने के नियत से शव को सड़क किनारे फेंकने का आरोप गांव के ही कुछ लोगों पर लगाया है। इधर घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल भेजते हुए मामले की पड़ताल में जुट गई है।
साक्ष्य को छुपाने के उद्देश्य से हत्यारों ने शव को सड़क किनारे झाड़ियों में फेंका
मृतक के परिजनों ने बताया कि रॉकी का शव जिस स्थान पर बरामद किया गया है उस स्थान को देखने से यह स्पष्ट होता है कि वहां किसी भी तरह की दुर्घटना नहीं हुई है। ना तो सड़क या सड़क किनारे किसी भी तरह का निशान है और ना ही झाड़ियां टूटी है। हालांकि रॉकी के शरीर पर कई स्थान पर चोट के निशान जरूर हैं। जिससे संदेह उत्पन्न हो रहा है कि रॉकी की हत्या कहीं और की गई और साक्ष्य को छुपाने के उद्देश्य से हत्यारों के द्वारा उसके शव को सड़क किनारे झाड़ियों में फेंक कर उसके ऊपर मोटरसाइकिल को गिरा दिया गया। ताकि प्रिप्लांट मर्डर को दुर्घटना का रूप दिया जा सके। परिजनों ने इस पूरे मामले में गांव के ही कुछ लोगों पर पुरानी भूमि रंजिश में रॉकी हत्या कांड को अंजाम देने का आरोप लगाया है। रॉकी की संदिग्ध मौत से इलाके में सनसनी फैल गई है। युवक की मौत की खबर मिलने के बाद कुंदा प्रखंड मुख्यालय के लोग गम में डूबे हैं।
हालांकि इस पूरे मामले में पुलिस के कोई भी वरीय अधिकारी अभी कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही घटना के कारणों से पर्दा उठ सकेगा। पुलिस के अनुसार परिजनों के बयान के आधार पर घटना के हर पहलू की गहनता से पड़ताल की जा रही है। साथ ही साथ मृतक के मोबाइल की भी जांच टेक्निकल सेल कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद दोषियों को किसी भी सूरत में बक्सा नहीं जाएगा।