बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा शिक्षक नियुक्ति परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की काउंसलिंग प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। गुरुवार को बिहार सरकार ने पहली बार गांधी मैदान में समारोह आयोजित कर शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किया जा रहा है।
केंद्र पर बरसे सीएम
इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने भाषण की शुरुआत ही केंद्र पर हमले से की। उन्होंने कहा कि मीडिया पर रोक लगा रखा केंद्र सरकार ने। इसलिए मीडिया हमारी चीजों को कम ही दिखाएगी। लेकिन आने वाले वक्त में मीडिया फ्री होगी, जो चाहेगी लिखेगी और दिखाएगी। खुशी कि बात है कि बीपीएससी 1,20,326 शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। पूरे बिहार में नियुक्ति पत्र वितरण समारोह चल रहा है। बिहार राज्य में पहली बार बड़े पैमाने पर नियुक्ति हुई है। इतनी नियुक्तियां किसी ओर राज्य में नहीं हुई है। खासतौर पर मीडिया याद रखें। केंद्र ने 50 हजार नियुक्तियां की तो बहुत छपा।
बिहार में सबको मौका मिला : सीएम
नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के लोग बाहर रहते हैं, नौकरियां मिलती हैं। पूरा देश एक है। यहां भी सभी को मौका दिया गया। इसमें भी तो 88 फीसदी बिहार के लोग ही आए। बिहार के साथ कोई अन्याय नहीं हुआ है। बाहर में केरल, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, दिल्ली, पश्चिम बंगाल राज्यों से लोग आए हैं। ओमान और कतर में रहने वाले लोग भी यहां आकर परीक्षा में शामिल हुए। सेना, अद्धसैनिक बल, रेलवे, बैंक के भी लोग बिहार में शिक्षक बने हैं।
दो माह में दूसरे चरण की नियुक्ति : सीएम
सीएम ने कहा कि बिहार में जो माहौल बदला है, उसका असर दिख रहा है। बीपीएससी के द्वारा आयोजित परीक्षा अच्छे ढंग से हुई। परीक्षा में लगभग 68 हजार नियोजित शिक्षक भी शामिल हुए। 28 हजार इसमें पास भी हुए हैं। नियोजित शिक्षकों के लिए मामूली परीक्षा होगी और उनको भी सरकारी शिक्षक बनाएंगे। हालांकि उन लोगों को भी वेतन दिया जा रहा है। पढ़ाई ठीक से होगी, यही हमारी आशा है। सीएम नीतीश ने कहा कि हम चाहते हैं कि दो माह के अंदर दूसरे चरण की नियुक्ति को पूरा करा देना है। एक साल में हम 10 लाख नियुक्तियों को पूरा करना चाहते हैं। रोजगार में भी 10 लाख का वादा था, 5 लाख को मिल भी गया है।
सभी विभागों के रिक्त पद भरे जाएंगे : तेजस्वी यादव
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि सभी सफल अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं। ऐतिहासिक दिन है ये। एक साथ एक ही विभाग में इतनी नियुक्ति पत्र वितरण करना इस देश में पहले कभी नहीं हुआ। जो उत्साह दिख रहा है, उसका इंतजार मुझे कई दिनों से था। इसके लिए सीएम नीतीश कुमार का धन्यवाद। रिकॉर्ड टाइम में इतनी नियुक्तियों की प्रक्रिया पूरी करना शानदार है। यह सिलसिला रुकने वाला नहीं है। और भी विभागों में रिक्त पद भरे जाएंगे। खुशी की बात यह है कि 48 फीसदी सफल अभ्यर्थी महिलाएं हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि नवरात्र से पहले 75 हजार से अधिक सरकारी सेवकों का प्रमोशन दिया गया है। इसके बाद तेजस्वी ने सभी शिक्षकों को खड़ा कर सीएम को आभार देते हुए तालियां बजवाई। तेजस्वी ने कहा कि हम कलम बांट रहे हैं, कुछ लोग तलवार बांटते हैं। हमने वादा किया था नौकरी देने का और आपने हमें वोट दिया था। जिनलोगों ने हिंदू-मुस्लिम को वोट दिया था, उन्हें बुलडोजर मिल रहा है।
विपक्ष पर हमला करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि कुछ लोगों को पेट में दर्द हो रहा होगा। आज वे बड़े बेचैन होंगे। गुजरात के मीडिया से बिहार के मीडिया को सीखना चाहिए। वहां काम हो न हो, मीडिया अच्छा दिखाते हैं। बिहार में इतना अच्छा हो रहा है, फिर भी नहीं दिखाते।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में नौकरी का चट, पट, झट फॉर्मेट है। चट से फॉर्म भरिए। पट से परीक्षा दीजिए। झट से नौकरी लीजिए। जिनकी शादी रुकी होगी, अब नौकरी लेने के बाद शादी करिए। तेजस्वी ने पूछा कि आपको चुनना होगा कि नौकरी वाली सरकार चाहिए या हिंदू-मुसलमान करने वाली। बिहार में होश और जोश, मिशन और विजन का गठबंधन है। केंद्र से स्पेशल पैकेज मिल जाता तो देश में टॉप 5 राज्यों में होते। लेकिन अपने बूते हम जीडीपी में टॉप 3 में हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट बिहार टॉप पर है।
ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा कि कहावत है कि राजनेता इलेक्शन देखते हैं और स्टेट्समैन नेक्स्ट जेनरेशन को देखते हैं। शिक्षकों को यह याद रखना होगा कि वे सिर्फ तनख्वाह पाने वाले नहीं हैं। उनके उपर समाज के निर्माण की जिम्मेदारी है। सीएम नीतीश कुमार ने जो दायित्व दिया है, उसका निर्वहन करें।
“नियुक्ति पत्र देखकर कुछ लोगों का कलेजा फट रहा है“
इस दौरान वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि सवा लाख शिक्षकों की सामूहिक तौर पर होना खास है। इसी मंच से सवा माह पहले सीएम ने 10 लाख नौकरियों की घोषणा की थी। नियुक्ति की पारदर्शिता मिसाल है। हजारों की नियुक्ति देखकर कुछ लोगों का कलेजा फट रहा है। कोई घपला कह रहा है तो कोई धांधली की बात कर रहा है। लेकिन कोई प्रमाण नहीं दे रहा है। ऐसे आरोप लगाने वाले लोगों को चुनौती के रूप में लेना है। इन बेबुनियाद आरोप लगाने वालों को जनता सबक सिखाएगी।
शिक्षामंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि बिहार से देश के गौरव का अतीत निकला है। शून्य की खोज यहीं हुई। लोकतंत्र की स्थापना सबसे पहले यहीं हुई। सीएम नीतीश के नेतृत्व में बिहार ज्ञान की अपनी विरासत को उज्ज्वल बनाएगा। उन्होंने कहा कि शरीर नश्वर है लेकिन जब तक धरती रहेगी, नीतीश कुमार का नाम सभी याद रखेंगे।
भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि आजाद हिंदुस्तान में यह पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में शिक्षको को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। नीतीश कुमार ने जब बिहार संभाला तो 26 हजार करोड़ था। लेकिन 2023 में सिर्फ शिक्षा विभाग का ही बजट 40 हजार करोड़ हो गया। बिहार के मूलभूत संरचनाओं का विकास किया। 2005 में 22 प्रतिशत बच्चे स्कूल से बाहर थे। लेकिन आज सिर्फ 1.20 लाख ही बच्चे बाहर हैं, जो 1 प्रतिशत भी नहीं। नौजवानों को शिक्षित किए बिना बिहार का विकास असंभव है और उसी की कोशिश हो रही है।
बिहार लोक सेवा आयोग की लिखित परीक्षा के आधार पर चयनित सभी 1 लाख 20 हजार 336 विद्यालय शिक्षकों का चयन किया गया है। इसमें से चुने हुए 25 हजार शिक्षकों को दो नवंबर को सीएम नीतीश कुमार नियुक्ति पत्र देंगे। गांधी मैदान में हुए मुख्य समारोह में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव, शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर, वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक आदि भी मौजूद रहे। जबकि अलग अलग जिलों में भी शिक्षकों को प्रभारी मंत्री, प्रमंडलीय आयुक्त, जिलाधिकारी आदि द्वारा दिया जा रहा है।