आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। दिल्ली हाईकोर्ट ने आज उनकी न्यायिक हिरासत को 14 दिनों के लिए बढ़ा दिया है। बता दें कि गिरफ्तारी के बाद उन्हें 24 नवंबर तक के लिए ईडी की रिमांड में भेजा गया है। मतलब हाई कोर्ट से भी संजय सिंह को कोई राहत नहीं मिली है। संजय सिंह की ये दिवाली भी जेल के अंदर बीतेगी।
बढ़ गई रिमांड की अवधि
बता दें कि आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को 4 अक्टूबर को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। 4 अक्टूबर की सुबह से ही ईडी की टीम संजय सिंह के आवास पर छापेमारी कर रही थी। करीब 11 घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। आप सांसद की दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तारी की गई थी।
दरअसल, शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने पहले सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया था। फिर मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया। उसके बाद संजय सिंह की गिरफ्तारी हुई। गिरफ्तारी के बाद उन्हें 5 अक्टूबर को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। ईडी ने रिमांड पर देने की मांग की जिसपर कोर्ट ने 10 अक्टूबर तक रिमांड मंजूर कर ली। उसके बाद 13 अक्टूबर तक रिमांड को बढ़ा दिया गया था। वही उसके बाद न्यायिक हिरासत की अवधि को 27 अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया। संजय सिंह ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की। जिसे कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया था। वहीं अब उनकी न्यायिक हिरासत की अवधि को 24 नवंबर तक बढ़ा दिया गया है।
संजय सिंह का बड़ा आरोप
आज हाईकोर्ट से निकलते हुए संजय सिंह ने बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को फंसाने के लिए बहुत बड़ी साजिश हो रही है। सिर्फ गिरफ्तारी नहीं, केजरीवाल के साथ बड़ी घटना को अंजाम देने वाले हैं ये लोग। उनका इशारा भाजपा की तरफ था। बता दें कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाला मामले में ईडी समन भेज चुकी है।
क्या है शराब नीति घोटाला?
कोरोना काल के बीच दिल्ली सरकार ने दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 लागू की थी। इस शराब नीति के कार्यान्वयन में कथित अनियमितता की शिकायतें आईं जिसके बाद उपराज्यपाल ने सीबीआई जांच की सिफारिश की। इसके साथ ही दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 सवालों के घेरे में आ गई। हालांकि, नई शराब नीति को बाद में इसे बनाने और इसके कार्यान्वयन में अनियमितताओं के आरोपों के बीच रद्द कर दिया गया था।