सीतामढ़ी और गोपालगंज में जहरीली शराब से हुई मौत को लेकर बिहार में आरोप-प्रत्यारोप शुरु हो गई है। एक तरफ जहां सत्ताधारी दल सरकार के बचाव में लगी है वहीं दूसरी ओर विपक्षी दल लगातार सरकार पर हमलावर है। पहले जहां जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने नीतीश पर निशाना साधा है वहीं अब जीतन राम मांझी नीतीश कुमार पर हमलावर है।
गुजरात से सबक ले सीएम नीतीश
बिहार के पूर्व सीएम और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने शराब से हुई कथित मौतों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है। मांझी ने एक्स पर ट्वीट कर लिखा है कि ‘ज़हरीली शराब के नाम पर दलितों को थोड़ी-थोड़ी मौत क्यों बांट रहें हैं नीतीश जी? एक ही बार ‘जनरल डायर’ टाइप लाईन में खड़ा करके सबको गोली मार दीजिए, आपके नफ़रत का अंत हो जाएगा। ज़हरीली शराब से हो रही मौत को नहीं रोक सकते तो शराबबंदी कानून का क्या मतलब है? कम से कम गुजरात से तो सबक लीजिए’।
जहरीली शराब से हुई थी 10 लोगों की मौ’त
दरअसल, बिहार के सीतामढ़ी में छठ पर्व के दौरान सीतामढ़ी और गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से 10 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों के परिजन कह रहे हैं कि जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई है वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि इनकी मौत बीमारी की वजह से हुई है। शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद शराब से लोगों की हो रही मौत को लेकर विपक्ष हमलावर हो गया है और विपक्षी दलों का कहना है कि शराबबंदी के बावजूद शराब से हो रही मौत सरकार की विफलता को दर्शाता है।