[Team insider] राजधानी रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में राज्यपाल रमेश बैस(Ramesh bais) फहरायेंगे झंडा। राज्यपाल के लिए 26 जनवरी यानी कि गणतंत्र दिवस खास होगा। दरअसल झारखण्ड की राजधानी में वह पहली बार झंडोतोलन करेंगे। बता दें कि राज्यपाल के रूप में 14 जुलाई 2021 को शपथ ली थी।
राजभवन में इस बार सामूहिक बैंड डिस्प्ले नहीं होगा
गणतंत्र दिवस पर राज्यपाल रमेश बैस रांची में झंडोत्तोलन करेंगे, जबकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दुमका में ध्वजारोहण करेंगे। कोरोना संक्रमण को देखते हुए राजभवन में गणतंत्र दिवस के अवसर पर 26 जनवरी को एट होम कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। इसके अगले दिन 27 जनवरी को राजभवन में ही होने वाला सामूहिक बैंड डिस्प्ले भी नहीं होगा।
झारखंड में राष्ट्रीय ध्वज फहराने की एक अलग परंपरा रही है
झारखंड में स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने की एक अलग परंपरा रही है। यहां स्वतंत्रता दिवस पर राजधानी रांची में मुख्यमंत्री ध्वज फहराते हैं। जबकि उपराजधानी दुमका में राज्यपाल ध्वजारोहण करते हैं। इसी तरह गणतंत्र दिवस पर राज्यपाल रांची तो मुख्यमंत्री दुमका में राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं।
राज्यपाल बैस झारखंड के 10वें राज्यपाल के रूप में ली थी शपथ
राज्यपाल बैस झारखंड के 10वें राज्यपाल के रूप में 14 जुलाई 2021 को शपथ ली थी, जिसके बाद वह लगातार झारखंड के मामलों पर संज्ञान लेते नजर आए हैं। लोगों से आसानी से मिलते जुलते हैं और मामलों की संज्ञान लेते हैं। हाल ही में राज्यपाल ने सिमडेगा में हुए मॉब लिंचिंग मामले पर उन्होंने संज्ञान लिया था और डीजीपी नीरज सिन्हा को तलब भी किया था, वहीं लापरवाह पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया था।
विश्वविद्यालयों को लेकर चिंता भी जताई थी
इससे पहले राज्यपाल रमेश बैस ने राज्य के विश्वविद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश करने का दिया था और खाली पदों पर चिंता भी जताई थी। उन्होंने कहा थी कि झारखंड शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़े, मेरी पूर्णतः इच्छा है लेकिन जब मैं समीक्षा बैठक करता हूँ तो शिक्षण संस्थानों में इतनी रिक्तियाँ देखकर सिर्फ दुःख ही नहीं होता है बल्कि आश्चर्य भी होता है कि इतने कम शिक्षकों/कर्मियों से विश्वविद्यालय कैसा चलता होगा।