[Team Insider] पंचायत सचिव नियुक्ति रद्द मामले को लेकर अभ्यर्थी आंदोलनरत है। अभ्यर्थियों का कहना है कि हेमंत सरकार से जो उम्मीदें थी। वह उम्मीद खत्म होती दिख रही हैं। हालांकि अभ्यर्थियों ने सोमवार कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर से मुलाकात की और इस नियुक्ति मामले को लेकर अपनी बातों को रखा । अभ्यर्थियों का कहना है कि कांग्रेस की ओर से सकारात्मक जवाब मिले हैं।
अभ्यर्थीयो ने सरकार से लगाई गुहार
दरअसल पंचायत सचिव की वैकेंसी पूर्व की रघुवर दास की भाजपा सरकार के दौरान वर्ष 2017 की है। लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद अब पुरानी वैकेंसी को रद्द करने की प्रक्रिया की जा रही है। जिससे अभ्यर्थियों में खासा नाराजगी है। ऐसे में पंचायत सचिव के अभ्यर्थी बीते शुक्रवार से ही आंदोलनरत हैं। उनके द्वारा न्याय के लिए सरकार से गुहार लगाई जा रही है। लेकिन अब तक कोई सकारात्मक पहल नहीं किया गया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि पंचायत सचिव नियुक्ति रद्द कि सूचना के बाद वह परेशान है।लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर से पॉजिटिव आश्वासन मिला है।
नई सरकार से लड़ना पड़ रहा जंग
उन्होंने कहा कि रघुवर दास की सरकार के समय से जंग लड़ते आ रहे हैं और जंग लड़ते लड़ते नई सरकार भी खड़ी कर दी। लेकिन नई सरकार से भी जंग लड़ना पड़ रहा है। उम्मीद है कि न्याय मिलेगा।लेकिन अभी तक न्याय नहीं मिल पाया। जिस हाथ में कलम पकड़ा था। उससे आंदोलन की तख्तियां पकड़ने को मजबूर हो गए हैं।कांग्रेस का जो नारा था युवाओं को रोजगार देंगे, महिलाओं को आरक्षण देंगे। सारी योग्यता पंचायत सचिव की वैकेंसी में पूर्ण होती है। लेकिन अब तक सकारात्मक कार्रवाई नहीं हो पाई है।
जिस उम्मीद से हेमंत सरकार को सत्ता में लाया गया वह पूरा नहीं हुआ
वही महिलाओं के उत्थान की बात करने वाली सरकार में जब महिलाओं को सम्मान नहीं मिल पा रहा है।तो इससे खासा आक्रोश भी देखा जा रहा है। पंचायत सचिव महिला अभ्यर्थी ने कहा कि सरकार अगर नियुक्ति नहीं दे सकती है। तो जहर ही दे दे। यहां तक कहा कि अगर चुनाव जीतने के बाद सत्ता की कुर्सी छीन ली जाए। तब कैसा लगेगा। वही अभ्यर्थियों का यह भी कहना है कि जिस उम्मीद से हेमंत सरकार को सत्ता में लाया गया। वह पूरा नहीं हुआ है। अगर वह लोगों के उम्मीद पर खरा उतरेंगे। तभी भविष्य में भी उन्हें लोगों का साथ मिल पाएगा।
पंचायत सचिव नियुक्ति मामले का समाधान हो: राजेश ठाकुर
वही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर भी मानते हैं कि पंचायत सचिव नियुक्ति मामले का समाधान होना चाहिए। जब नियुक्ति पूरी हो चुकी है। तो इन्हें नियुक्ति पत्र मिलना ही चाहिए। इसको लेकर उन्होंने मुख्य सचिव से भी बात की है।
बहरहाल पंचायत सचिव नियुक्ति रद्द मामले को लेकर अभ्यर्थियों में खासा आक्रोश है। इसको लेकर सरकार की ओर से स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।अगर समस्या का समाधान होता है। तो हेमंत सरकार के सेहत के लिए बेहतर साबित हो सकता है।