[Team Insider] जिले के मुफस्सिल थाना घेराव के दौरान पुलिस ग्रामीण झड़प मामले में पुलिस ने कार्यवाई शुरू कर दी है। सोमवार को कोल्हान गवर्मेंट स्टेट के नाम पर फर्जी बहाली के कार्यक्रम के खिलाफ मुफस्सिल थाना में दर्ज कांड के आरोपियों की गिरफ्तारी की है। जिसमे एक आरोपी सीआरपीएफ का जवान भी शामिल है।
सीआरपीएफ का जवान भी शामिल
चौंकाने वाली बात ये है कि गिरफ्तार अभियुक्त अजय पाडया जो सीआरपीएफ का जवान है। उसके द्वारा अपने बयान में बताया गया है कि आनंद चातर के द्वारा उन्हें एक लाख रुपया देने की बात कही गई थी। जिसके लोभ में वह नियुक्ति प्रक्रिया का कार्य करने के लिए आया था।पुलिस ने अजय के साथ साथ उसके भाई समीर पाडेया उर्फ मार्शल,गारदी सुंडी, बबेन्दर देवगम उर्फ सुखदेव देवगम,सुशील देवगम,अर्जुन देवगम, हरिकृष्ण देवगम उर्फ हुडिंग और रंजीत बानरा को गिरफ्तार किया है।
इन्हें भेजा गया जेल
इसके साथ ही मुफस्सिल थाना पर पत्थरबाजी के दौरान घटित घटना के संदर्भ में जिन आरोपियों को जेल भेजा गया है। उसमे महती देवगम उर्फ राम सिंह देवगम,मानकी अल्डा, कुदराय देवगम , सुरजा देवगम उर्फ टिंकू, लक्ष्मण देवगम, सीनू गोडसोरा , मानसिंह बारदा, विजय हाईबुरु शामिल है।इसके साथ ही आरोपियों के खिलाफ लगातार छापेमारी जारी है।जिसमे लादू बारी और विकास बानरा की गिरफ्तारी की गई है।
क्या है पूरा मामला
चाईबासा कोल्हान गवर्मेंट स्टेट के नाम पर फर्जी बहाली के लिए सदर प्रखंड के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कुर्सी पंचायत के ग्राम लादुराबासा स्कूल में फर्जी बहाली के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण सह शैक्षणिक प्रमाण पत्र जांच कार्यक्रम किया जा रहा था। फर्जी बहाली से संबंधित विज्ञापन कोल्हान गवर्नमेंट ईस्टेट के नाम पर चम्पाय चंद्र शेखर डांगिल द्वारा किया जा रहा था।
जिला प्रशासन की टीम ने की कार्रवाई
इस कार्यक्रम की सूचना पर उसके सत्यापन और आवश्यक कार्रवाई के लिए सदर एसडीओ और सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में पुलिस इंस्पेक्टर, मुफस्सिल थाना प्रभारी,मजिस्ट्रेट और अन्य पुलिस पदाधिकारी के साथ सशस्त्र बल लाठी बल के साथ उस कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर कार्यक्रम को विफल किया गया। वहां से काफी मात्रा में फर्जी नियुक्ति से संबंधित रजिस्टर और फाइल प्रिंटर ,मॉनिटर, लैपटॉप और मोबाइल को जप्त किया गया।
लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े गए
साथ ही कुछ व्यक्तियों को वहां से हिरासत में लेकर मुफस्सिल थाना लाया गया था। लेकिन दोपहर में करीब 200 लोगो द्वारा परंपरागत हथियार से लैस होकर मुफस्सिल थाना का घेराव करते हुए रोड़ाबाजी और पत्थरबाजी किया जाने लगा।जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस बल के द्वारा भी हल्का बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज और अश्रु गैस के गोले छोड़े गए।जिससे भीड़ तितर-बितर हो गयी।
पुलिसकर्मी हुए घायल
वहीं पत्थरबाजी और भीड़ को तितर-बितर करने के दौरान कुछ पुलिसकर्मी और पत्थरबाजी करने वाले लोगों को चोट लगी है ।जिनका प्राथमिक उपचार सदर हॉस्पिटल चाईबासा में कराया गया।अब स्थिति सामान्य है और निगरानी रखी जा रही है।