आरा शहर में भीषण जाम के कारण जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। एक से दूसरे अस्पताल जाने के दौरान महिला ने चलती ऑटो में ही बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद दोनों की स्थिति बिगड़ी और समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने के कारण दोनों ने दम तोड़ दिया है। दरअसल, महिला को शनिवार को लेबर पेन दर्द उठा था। उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां से महिला को सदर अस्पताल रेफर किया गया। परिजन ऑटो से लेकर उसे प्राइवेट अस्पताल के चक्कर लगाते रहे। इस दौरान महिला की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई तो उसे सदर अस्पताल ले गए, लेकिन जाम के कारण महिला ने बीच रास्ते में ही बच्चे को जन्म दिया और अस्पताल पहुंचते-पहुंचते दोनों ने दम तोड़ दिया।
सड़क जाम के लिए प्रशासन पर लगाया आरोप
मृत महिला की पहचान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के धमार गांव निवासी राकेश कुमार की पत्नी सुनैना देवी (20) के रूप में हुई है। घटना नवादा थाना क्षेत्र अंतर्गत चंदवा मोड़ की है। मृत महिला के जेठ राजेश बिंद ने बताया कि उसे चंदवा स्थित प्राइवेट अस्पताल ले जा रहे थे, लेकिन पूरे शहर में जाम लगा था। इस दौरान महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया। बच्चे की जन्म के बाद महिला की तबीयत बिगड़ने लगी तो परिजन निराश होकर उसे सदर अस्पताल ले जाने लगे। इसी दौरान महिला और बच्चे दोनों की रास्ते में ही मौत हो गई। परिजन दोनों को आरा सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लेकर आए, जहां डॉक्टर ने उनको मृत घोषित कर दिया। राजेश ने महिला और बच्चे की मौत के लिए डॉक्टरों और सड़क जाम के लिए प्रशासन पर आरोप लगाया है। राजेश का कहना है कि डॉक्टरों की टाल-मटौल और सकड़ जाम की वजह से जानें गईं।
दो साल पहले हुई थी शादी
महिला की शादी 2021 में हुई थी। उसको पहला बच्चा होने वाला था। वह चार भाई और दो बहन में चौथे स्थान पर थी। इस घटना से दोनों परिवारों में मातम पसरा है। वहीं, गांव के लोग भी गमगीन हैं।