वाराणसी में सीएम नीतीश कुमार की रैली कैंसल होने के बाद पक्ष-विपक्ष लगातार लगातार एक दूसरे पर हमलावर है। एक तरफ जहां भाजपा रेली कैंसल होने की वजह भीड़ न जुट पाना बता रही है। वहीं दूसरी ओर जदयू ने रैली कैंसल होने के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। जदयू नेता का कहना है कि भाजपा के डर से उन्हें वाराणसी में रैली करने के लिए जगह नहीं दी गई है।वहीं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खां ने भाजपा को चुनौती तक दे डाली है। उनका कहना है कि नीतीश की रैली वाराणसी में हो कर रहेगी। वहीं अब जदयू कोटे से मंत्री अशोक चौधरी ने भी भाजपा पर हमला बोला है। अशोक चौधरी ने कहा है कि बिना मैदान में उतरे बिना खुद को पहलवान बताना ठीक नहीं।
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“रैली रद्द नहीं स्थगित हुई है”
वाराणसी में जेडीयू की रैली रद्द करने को लेकर अशोक चौधरी ने कहा की रैली रद्द नहीं हुई है स्थगित कर दी गई है। हमलोग को कार्यक्रम करना था लेकिन जगह नहीं मिलने की वजह से रैली को स्थगित करना पड़ा। जगह मिलने पर जनवरी में रैली आयोजित की जाएगी। रैली के लिए यूपी में जगह नहीं मिलने पर अशोक चौधरी ने कहा कि भाजपा वाले बिना मैदान में आए खुद को पहलवान बता रहे है यह ठीक नहीं है।
“संसद किसी एक पार्टी का नहीं है”
वहीं संसद में चूक मामले पर मंत्री ने कहा कि संसद पर आतंकी हमले के बरसी के दिन सुरक्षा में चूक हुई जो चिंता का विषय है। इसका जवाब गृह मंत्री को देना चाहिए। पार्लियामेंट के एमपी को निकाला गया उससे अच्छा होता कि बैठ कर एक मीटिंग होनी चाहिए थी। पार्लियामेंट किसी एक पार्टी का नहीं है बल्कि पूरे देश का है।