बिहार में राजनीतिक परिस्थितियां कुछ ऐसी उलझ गईं हैं कि कोई भी कुछ भी कह दे रहा है। भाजपा के नेताओं का दिल्ली दौरा तो आम है क्योंकि केंद्र में उनकी सरकार है और बिहार से उनके मंत्री भी हैं। लेकिन राजद-जदयू के नेताओं का दिल्ली दौरा भी गाहे-बगाहे हो ही जा रहा है। राजद के नेताओं में लालू यादव कभी पेशी के लिए दिल्ली जा रहे हैं तो कभी विपक्षी गठबंधन की बैठक के लिए तो कभी इलाज के लिए। यही हाल तेजस्वी यादव का भी है। पिछले दिनों नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे भी बढ़ गए हैं। इस बीच लालू यादव और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की फ्लाइट में एक साथ सफर में मिले। सफर पूरा होने के बाद गिरिराज सिंह ने ऐसा बयान दिया कि जदयू और राजद दोनों की बेचैनी बढ़ गई। हवा में हुई उन बातों के अब जमीन पर लौटे नेता सफाई देते फिर रहे हैं।
गिरिराज ने फैला दिया सीएम का कन्फ्यूजन
दरअसल, गिरिराज सिंह ने कहा कि लालू यादव से उनकी बात हुई है और उन्होंने कहा है कि तेजस्वी यादव को सीएम बनाए बिना अब काम नहीं चलेगा। गिरिराज सिंह ने यह बयान मीडिया में जैसे ही दिया जदयू नेताओं की धड़कनें बढ़ गईं। क्योंकि राजद के कई नेता तो पहले से ही नीतीश कुमार को हटाकर तेजस्वी यादव को सीएम बनाने की मांग करते रहे हैं। लालू यादव भी अगर इसी दिशा में सक्रिय हुए तो क्या होगा। इसके तुरंत बाद तेजस्वी यादव सीएम आवास भी पहुंच गए। तेजस्वी के इस दौरे पर कयास यह लगने लगे कि सीट शेयरिंग और मंत्रिमंडल विस्तार जैसी बातों पर चर्चा करने गए हैं। तो कुछ लोग यह कयास भी लगाने लगे कि गिरिराज सिंह की बातों को क्लैरिफाई करने तेजस्वी गए हैं। हालांकि तेजस्वी सीएम से क्यों मिले, इस पर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है।
तेजस्वी ने कहा – लालू-गिरिराज में झटका मटन पर हुई बात
इसके बाद तेजस्वी यादव ने यह कहा कि “गिरिराज सिंह बेकार की बातें करते हैं। गिरिराज सिंह फ्लाइट में मेरी सीट के ठीक बगल में बैठे हुए थे। जबकि लालू प्रसाद दूसरी तरफ बैठे हुए थे। गिरिराज सिंह ने पटना लैंड करने पर लालू प्रसाद से पूछा कि कैसे हैं, स्वास्थ्य कैसा है। साथ ही गिरिराज सिंह ने लालू प्रसाद से यह भी कहा कि मटन कब खिलाइएगा, तो लालू प्रसाद ने जवाब दिया कि आपको तो झटका वाला मटन खिलाएंगे।”
गिरिराज सिंह हैं परेशान : तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि मेरी गिरिराज सिंह से बात हुई। वे परेशान हैं क्योंकि उन्हें टिकट कटने का डर है। तेजस्वी ने यह भी कहा कि अपने शीर्ष नेतृत्व के बारे में भी गिरिराज सिंह ने इतना और ऐसा कहा है कि उसे सार्वजनिक तौर पर बोलना ठीक नहीं है। लेकिन गिरिराज सिंह डरे हुए हैं और परेशान हैं। क्योंकि भाजपा की सरकार में किसी मंत्री की चलती तो है नहीं।