नए साल में केंद्र सरकार बिहार को फोरलेन की सौगात देने वाली है। इसकी जानकारी राज्य सड़क निर्माण विभाग द्वारा दी गई है। बिहार में 20 हजार करोड़ की लागत से राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास होगा। अमस-दरभंगा के बीच 230 किलोमीटर लंबे नियंत्रित एक्सप्रेसवे की आधारशिला भी रखी जाएगी।
दरभंगा में आयोजित होगा समारोह
इस परियोजना को लेकर बताया जा रहा है कि नितिन गडकरी 5 जनवरी को पटना-गया-डोबी फोरलेन (एनएच-83) का लोकार्पण करेंगे। यह समारोह दरभंगा में आयोजित की जाएगी। इसमें अमस-दरभंगा के बीच 230 किलोमीटर लंबे नियंत्रित एक्सप्रेसवे की आधारशिला भी रखी जाएगी। इसको लेकर अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी आदिलबारी (सोनपुर)-मानिकपुर (पूर्वी-चंपारण) रोड, सीवान-मसरख और सीवान-हतौना रोड पर काम शुरू करने की औपचारिकता भी पूरी करेंगे।
आदिलबारी-मानिकपुर रोड बुद्ध सर्किट, तो सीवान-मसरख और हतौना रोड रामायण सर्किट का हिस्सा है। इसके अलावा गलगलिया-ठाकुरकंज-बहादुरगंज (एनएच 328ई) और पूर्णिया-टकिहार-नरेनपुर (एनएच 131ए) का उद्घाटन किए जाने की संभावना है। वे पटना-सरिस्ताबाद-नाथुपुर के बीच 3 किलोमीटर लंबे फोरलेन विस्तार की आधारशिला रखेंगे। यह रोड पटना-गया-डोभी फोरलेन को सरिस्ताबाद में पटना बायपास के पास जोड़ेगा।
बता दें कि 2015 में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने पटना-गया-डोभी फोरलेन की लागत 5519 करोड़ आंकी थी। इस परियोजना को पूरा करने का अंतिम समय 2023 निर्धारित है। लेकिन गया में रेल ओवर ब्रिज के निर्माण के लिए भारतीय रेलवे से मंजूरी नहीं मिलने के कारण इसमें देरी हुई।




















