पटना सिटी के पटना साहिब स्टेशन स्थित जीआरपी थाने में दिनांक 4/7/2023 को रुपेश कुमार ठाकुर नामक एक शख्स द्वारा मोबाइल चोरी का रिपोर्ट लिखवाया गया। शख्स ने रिपोर्ट में लिखवाया कि गाडी संख्या 15713 अप कटिहार-पटना इंटरसिटी द्वारा वह मानसी जंक्शन से पटना साहिब स्टेशन आ रहा था। पटना साहिब स्टेशन पर उसका मोबाइल चोरी हो गया और चोरी हुए मोबाइल से एक अज्ञात शख्स ने 59,736 रुपये निकाल लिए। रेल पुलिस द्वारा जांच करने पर पता चला कि नीतीश कुमार नामक शख्स के यूंपीआई पर पैसों का ट्रान्सफर हुआ था। नीतीश कुमार को रेल पुलिस ने तलब किया और उससे सारी बातें पूछी। नितीश ने बताया कि वह एक कस्टमर सर्विस सेण्टर चलाता है। जैनेन्द्र कुमार और राजा कुमार नाम के दो शख्सों ने 22000 रुपये की राशी उसके यूपीअई पर ट्रान्सफर किया ,बदले में उसने उतनी ही राशि कैश के रूप में उन दोनों आदमियों को दे दिया। नीतीश खगरिया जिला के चौथम थाना अंतर्गत सरैया गाँव का निवासी है। पता करने पर वे दोनों शख्स भी उसी गाँव के निकले। केस में आती पेचीदगी से पुलिसजनों का दिमाग कंफ्यूज हो गया। अब आगे के अनुसंधान को बढाते हुए उन्होंने उसी सरैया गाँव जाकर ग्रामीणों से पूछताछ की। पूछताछ करने पर पता चला कि वादी (रुपेश कुमार ठाकुर ) का गाँव के ही एक विवाहित महिला से अवैध सम्बन्ध था। कुछ ग्रामीणों ने उन्हें आपत्तिजनक स्थिति में रंगे हांथो पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। साथ ही जुर्माने के रूप में उससे पैसे भी वसूले। पुलिस के सामने अब सब कुछ साफ़ हो चुका था। इसके बाद उन्होंने रुपेश को बुलाकर जोर देकर उससे सारी बाते पूछी। रुपेश ने अपना गुनाह कबूलते हुए सारी बाते उगल दी, कि अपने ही गाँव की एक लड़की से वह प्रेम करता था और जिसका विवाह उसी सरैया गाँव में हुआ था। उसी से मिलने वह गाँव पंहुचा और गाँव वालों ने उसे रंगे हांथो पकड़ लिया। इसी क्रम मे जुर्माने के रूप में उसे पैसे भी देने पड़े। लोकलाज के डर से उसने मनगढ़ंत कहानी बनाकर पुलिस को भ्रमित करने की कोशिश की। दरअसल कुटिलता दिखाते हुए उसने सोचा कि शिकायत दर्ज करवाने से रेल विभाग से खोये हुए पैसे उसे मिल जायेंगे, जिससे जुर्माने में गँवाए पैसों की भरपाई हो जाएगी।