बिहार के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने ये निर्देश दिया है कि जिन अभ्यर्थियों के पास आधार कार्ड नहीं है या आधार से लिंक्ड मोबाइल नंबर नहीं है ,या जिन्होंने छः महीने के भीतर आधार कार्ड में अपना फोटो बदल दिया है ,वैसे अभ्यर्थियों की उम्मीदवारी रद्द कर दी जाएगी। और उन्हें नौकरी पर नहीं रखा जायेगा। के के पाठक ने राज्य के सभी जिलों के जिला पदाधिकारियों से विडियो कॉन्फरेंसिंग के माध्यम से ये निर्देश दिया कि वैसे अभ्यर्थियों को संदिग्ध स्थिति में रखते हुए उनकी सघनता से जांच की जाए। इसकी जांच के लिए एम आधार एप को फ़ोन में डाउनलोड कर यदि मोबाइल नंबर ऐप में डाला जाये तो सम्बंधित अभ्यर्थी का सारा खाका यथा कब कब फोटो,मोबाइल नंबर,एड्रेस आदि बदला, या दिया गया नंबर या फोटो मैच करता है कि नहीं, ऐसी सारी प्रमाणिकता सामने आ जाएँगी। इस चीज से ये भी पता चल जायेगा कि अभ्यर्थियों ने कोई फर्जीवारा तो नहीं किया। BPSC अनुशंसित ऐसे कई अभ्यर्थी जो काउंसलिंग के लिए आए हैं ,उनमे से कई वैसे हैं जिनके फोटो और वास्तविक चेहरे में कोई मैच नहीं है। इसके अलावा के के पाठक ने काउंसलिंग सेण्टर पर ही अभ्यर्थियों के बैंक अकाउंट खोलने की व्यवस्था करवाई है। इससे भी अभ्यर्थियों के दिए गए सारे विवरण से उसी वक़्त क्रॉस-चेकिंग की सुविधा उपलब्ध हो जायेगी। साथ ही सारे काउन्सलर्स को काउंसलिंग सेण्टर पर अलग अलग काउंटर पर नाम के अनुसार बैनर लगाने का भी निर्देश दिया ताकि अभ्यर्थियों को इस बात की असुविधा न हो कि कौन से दस्तावेज का काम कहाँ चल रहा है !