पूर्व विधान पार्षद व वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ. रणबीर नंदन ने कहा है कि भारत की छवि और उसी उपलब्धियों को धूमिल करना ही विपक्ष की राजनीति का एजेंडा बन गया है। राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए डॉ. नंदन ने कहा कि नरेंद्र मोदी और भाजपा से लड़ने के चक्कर में राहुल गांधी भारत और भारत की उपलब्धियों से ही जलने लगे हैं। भारत के प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने देश की पहचान पूरे विश्व में बनाने की सफल कोशिश की है। लेकिन राहुल गांधी का एजेंडा यही है कि विदेशों में जाकर भारत की उपलब्धियों को नकारते हुए गलतबयानी करें।
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डॉ. नंदन ने कहा कि भारत को 2047 तक बड़ी शक्ति बनना है। इसकी सिलसिलेवार प्लानिंग नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही है। भारत के विकास की यह मंजिल बिना साइंस में भारत की तरक्की के अधूरी ही रहेगी। नरेंद्र मोदी ने अंतरिक्ष की महत्ता को समझा। इसरो को आगे बढ़ाने के संसाधन दिए और आज इसरो इस मुकाम तक पहुंचा है कि ब्लैक होल तक इन्वेस्टिगेशन हो रहा है।
डॉ. नंदन ने बताया कि पिछले साल इसरो की उपलब्धियों में सबसे पहला नाम चंद्रयान-3 का है। ये इसरो का मून मिशन था। चंद्रयान 3 के जरिए भारत ने अंतरिक्ष की दुनिया में नया इतिहास रचा। इस मिशन की सफलता के साथ ही भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला पहला देश बना। वहीं चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन गया। भारत से पहले अमेरिका, चीन और रूस ही चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कर पाए थे।
उन्होंने बताया कि चंद्रयान के बाद इसरो के लिए दूसरी बड़ी सफलता आदित्य एल-1 की सफल लॉन्चिंग रही। ये एक सौर मिशन है। इस सूर्य मिशन को शनिवार (2 सितंबर) सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेस सेंटर के दूसरे लॉन्च पैड से लॉन्च किया गया। ये 4 महीने का सफर पूरा करते हुए L1 पॉइंट तक पहुंचेगा।
चंद्रयान और आदित्य एल-1 के बाद इसरो अपने पहले मानव मिशन गगनयान की तैयारी कर रहा है। पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान 2025 में होने की संभावना बताई जा रही है। इससे पहले इसरो की ओर से कई परीक्षण करेगा, ताकि गगनयान मिशन में जब इंसानों को भेजा जाए तो उनकी सुरक्षा में कहीं भी चूक की कोई गुंजाइश न रहे और वो पूरी तरह से सुरक्षित रहें। इस कड़ी में 21 अक्टूबर को इसरो ने मिशन गगनयान की टेस्ट फ्लाइट TVD1 को सफलतापूर्वक पूरा किया। गगनयान मिशन की पहली टेस्ट उड़ान में इसरो क्रू मॉड्यूल को आउटर स्पेस तक भेजा गया और इसके बाद इसे वापस जमीन पर लौटाया गया।
डॉ. नंदन ने बताया कि हम साइंस को लेकर प्रगति कर रहे हैं और राहुल गांधी हर प्रगति को देशविरोधी बता रहे हैं। या फिर इनकी बात ही नहीं कर रहे हैं। विदेशी जमीन पर भारत की पहचान विज्ञान उन्नत देश की होने लगी है लेकिन राहुल गांधी अपने चुनाव नहीं जीतने का दर्द ही विदेश में सुना रहे हैं और इसके कारण के रूप में फर्जी बातें, फर्जी आधार पेश कर रहे हैं। क्या राहुल गांधी ने कभी भी देश की इन उपलब्धियों की बात विदेश में की? दरअसल, इसके पीछे एक और कारण यह है कि इन उपलब्धियों की दूरदर्शिता राहुल गांधी और विपक्ष में बैठे तमाम नेताओं को है भी नहीं। उन्हें सिर्फ ठेकेदारी में घोटालों की स्टेपवाइज वर्किंग पता है और यह अब भारत में होगा नहीं।