बिहार के सीतामढ़ी जिला स्थित सुरसंड थाने के बाहर एक पुलिस इंस्पेक्टर द्वारा दलित महिला की कथित तौर पर पिटाई किए जाने के मामले में पुलिस इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष राज किशोर सिंह को सुरसंड थाने से हटाकर जिला पुलिस केंद्र वापस भेज दिया गया है। सीतामढ़ी जिले के पुलिस अधीक्षक कार्यालय की तरफ से सोमवार को जारी एक बयान के अनुसार पुलिस अधिकारी को उक्त थाने से हटाने के साथ इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जाएगी। पुलिस अधीक्षक मनोज तिवारी ने वीडियो की प्रामाणिकता की पड़ताल सहित मामले की जांच केलिए पुपरी एसडीपीओ (अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी) को आईओ (जांच अधिकारी ) नियुक्त किया है।
मालूम हो कि 30 दिसंबर को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें इंस्पेक्टर राज किशोर सिंह एक महिला को लाठी से पीटते नज़र आ रहे हैं। घटना के बाद स्थानीय लोगों का कहना था कि पुलिस के इस हिंसात्मक कार्रवाई से महिला को कई जगह चोटें आईं थी, जिसके बाद उसे इलाज के लिए एक निजी नर्सिंग होम में भी भर्ती कराया गया था। वहीँ पुलिस का दावा था कि उसे कोई चोट नहीं आई थी। थाने के पुलिस सहकर्मियों का कहना था कि दोनों महिलाओं के बीच अपहरण के एक मामले को लेकर झगड़ा हुआ, जिससे थाने के बाहर जाम लग गया था। इंस्पेक्टर सिंह सड़क पर झगड़ रही दोनो महिलाओं को अलग करने की कोशिश कर रहे थे। जबकि महिलाओं का इसपर कोई असर नहीं हो रहा था। उनमे से एक महिला (जिसकी पिटाई की गयी) दूसरे महिला पर तथा बीच-बचाव करने गए पुलिस अधिकारी पर रह रह के हिंसक वार करने लगी। अंततः थानेदार ने तंग आकर सबक सिखाने के लिए लाठी से उसकी पिटाई कर दी। वही स्थानीय लोगों का कहना है कि अधिकारी ने पक्षपात करते हुए पीडिता के साथ अमानवीय व्यवहार किया और इसीलिए थानेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाए।