बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक द्वारा प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में क्रांतिक सुधार का दावा किया है। शुक्रवार को वे शेखपुरा डायट पहुँचे, जहाँ डीएम,एसडीएम,डीईओ तथा डायट प्राचार्य के साथ व्यख्यातागणों ने उनका स्वागत एक राजनेता की तरह फूलों से किया। डायट में प्रशिक्षु शिक्षकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा,”राज्य के सरकारी विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था में सुधार होने से अभिभावक अब अपने बच्चों का ट्यूशन और कोचिंग छुड़वा रहे हैं। इन स्कूलों को व्यवस्थित करने में बीपीएससी शिक्षकों के साथ नियोजित शिक्षकों का भी योगदान रहा है।” साथ हीं केके पाठक ने प्रशिक्षुओं से लगन और निष्ठा के साथ अपनी ड्यूटी निभाने की भी अपील की। शेखपुरा डायट में मौजूद प्रशिक्षुओं के अलावे बिहार के दूसरे जिलों और यूपी के बीपीएससी शिक्षकों को गांवों में जाकर बच्चों को लगन से पढ़ाने और अपनी प्रतिभा से उन्हें आलोकित करने के लिए भी प्रेरित किया। अपर मुख्य सचिव ने विद्यार्थियों के डेली असेसमेंट (नियमित मूल्यांकन) और बेहतरीन कक्षा व्यवस्था से विद्यार्थियों में हो रही उन्नति की ओर इशारा करते हुए कहा कि स्कूली व्यवस्था सुधरने से अब विद्यार्थियों को एक्स्ट्रा ट्यूशन या कोचिंग की आवश्यकता नहीं पड़ती। उन्होंने कहा कि पहले स्कूलों में कापियां नहीं जांची जाती थी। पाठक ने आगे कहा,”विश्वविद्यालयों के शैक्षणिक कलेंडर सह सत्र व्यवस्था को भी लगातार दुरुस्त किया जा रहा है। अबतक राज्य के 13 में से 11 विश्वविद्यालयों का कैलेंडर ठीक कर दिया गया है और आने वाले कुछ दिनों में बाकी बचे 2 विश्वविद्यालय का शैक्षणिक कैलेंडर और सत्र भी ठीक कर दिया जाएगा।
इस साल फिर आयेगी शिक्षकों की वैकेंसी
केके पाठक ने कहा, “इस वर्ष अगस्त महीने में BPSC फिर शिक्षक नियुक्ति परीक्षा लेगी और अबकी बार लगभग 60 हजार शिक्षकों की बहाली की जाएगी। संबोधन के बाद केके पाठक ने डायट का निरीक्षण भी किया और वहाँ के व्यवस्थापकों से कई सुधार के लिए नसीहतें भी दीं।