[Team Insider]: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi government) के दबाव के चलते सोशल मीडिया साइट उनके फॉलोवर्स को सीमित कर रही है। जवाब में ट्विटर के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी के पास प्लेटफॉर्म हेर फेर और स्पैम के लिए एक शून्य-सहिष्णुता (zero tolerance) दृष्टिकोण है।
फॉलोइंग रुकी हुई है
राहुल गांधी ने कहा कि पहले वह प्रति माह लगभग दो लाख अनुयायी प्राप्त कर रहे थे, लेकिन अगस्त 2021 के बाद से उनके अनुयायियों की संख्या केवल 2500 प्रति माह की दर से बढ़ रही है। ट्विटर को लिखे पत्र में, गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि उनकी ट्विटर फॉलोइंग 19.5 मिलियन पर रुकी हुई है। राहुल गांधी ने अग्रवाल को लिखे अपने पत्र में कहा, आप पर यह सुनिश्चित करने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है कि ट्विटर भारत में सत्तावाद के विकास में सक्रिय रूप से कोई मदद नहीं करता है। गांधी ने आगे कहा, सारी दुनिया में उदार लोकतंत्र और सत्तावाद के बीच वैचारिक लड़ाई को सोशल मीडिया जैसे प्लेटफॉर्म पर आकार दिया जा रहा है। हम चाहते हैं कि सभी को विश्वास हो कि संख्याएं सार्थक और सटीक हैं।
विश्वसनीयता का लगातार प्रयास
ट्विटर प्रवक्ता ने कहा कि ट्विटर के पास प्लेटफ़ॉर्म में हेर फेर और स्पैम के लिए एक शून्य-सहिष्णुता दृष्टिकोण है। हम मशीन लर्निंग टूल के साथ रणनीतिक और बड़े पैमाने पर स्पैम और दुर्भावनापूर्ण स्वचालन से लड़ते हैं और एक स्वस्थ सेवा और विश्वसनीय खातों को सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
राहुल के ट्विटर अकाउंट को कुछ दिनों तक बंद कर दिया गया था
बता दें कि बीते अगस्त महीने में दिल्ली में एक बलात्कार पीड़िता के परिवार की एक तस्वीर ट्वीट करने के बाद राहुल गांधी का ट्विटर अकाउंट कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया था। उस वक्त भाजपा ने तस्वीर को ट्विट करने के लिए राहुल गांधी के ट्विटर पोस्ट पर आपत्ति जताई थी, जिसके बाद माइक्रोब्लॉगिंग साइट ने नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए उनके खाते को आठ दिनों के लिए निलंबित कर दिया था।