जमुई में बुधवार की रात्रि गिद्धौर के ऐतिहासिक पंच शिव मंदिर के प्रांगण में एक बीपीएससी टीचर की जबरन शादी करवाई गयी। 2015 से ही लड़के लड़की के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था। समय बीतने के बाद दोनों के परिजनों ने मिलकर दोनों का विवाह भी तय कर दिया था। लेकिन टीचर की नौकरी लगते ही दहेज़ के लालच में लड़के ने शादी से इनकार कर दिया।
जमुई जिले के चकाई प्रखंड के बामदह के वेलदारी गांव निवासी सत्यनारायण वर्मा के पुत्र मुकेश कुमार वर्मा की शादी चकाई प्रखंड अंतर्गत बामदह से ही सटे केंदुआडीह गांव निवासी पूर्णिमा कुमारी उर्फ सपना से दो वर्ष पूर्व तय हुई थी। दोनो एक दूसरे से साल 2015 से हीं प्रेम करते थे। फलस्वरूप घरवालो ने इनकी शादी तय कर दी। शादी तय होने के बाद मुकेश और पूर्णिमा का एक दुसरे से मिलना और फ़ोन पर बातों का सिलसिला चलता रहा। इसी बीच मुकेश ने बीते वर्ष शिक्षक बहाली के लिए बीपीएससी का एक्जाम क्लियर कर लिया। पिछले छह महीने से गिद्धौर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय बनझुलिया में वह सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत है। पूर्णिमा ने बताया कि नौकरी लगने से पूर्व सबकुछ अच्छा था लेकिन जब से शिक्षक के पद पर चयनित हुआ है, तब से उसका रवैया मेरे प्रति बदल गया है।
पूर्णिमा ने बताया कि मेरे साथ मुकेश का कई बार शारीरिक संबंध भी बन चुका है ,इस दौरान शादी की बात करने पर वह मुझे बार-बार सांत्वना देता रहा कि हम शादी तुम्हीं से करेंगे। लेकिन दहेज के चक्कर में उसने मन बदल लिया और मुझसे दूर होना शुरू कर दिया। इससे मेरे घर वाले भी परेशान होने लगे। इस बीच कई बार गांव में भी पंचायत बुलाई गई और मुकेश व उसके स्वजनो को बहुत समझाया भी गया। लेकिन मुकेश बात मानने को तैयार नहीं था। वह शादी तोड़ने की जिद पर अड़ा रहा। पूर्णिमा ने बताया की बीते दिसंबर माह में भी गिद्धौर थाने में मुकेश की शिकायत मेरे द्वारा साक्ष्य सहित की गई थी। लेकिन किसी प्रकार की कोई मदद थाना पुलिस द्वारा मुझे नही मिली। सब्र का पैमाना अब ऊपर जा रहा था और आखिरकार मेरे घरवालों ने बुधवार की रात्रि गिद्धौर बाजार के दो नंबर रोड में किराए के मकान पर रहे मुकेश को निकाला और पुराने पंच शिव मंदिर में हिंदू रीति रिवाज के अनुसार उससे मेरी शादी करा दी।