बिहार की सियासी गलियारों में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर तरह तरह की चर्चाएँ, बयानबाजियाँ और अटकलें लगायी जा रही हैं। एक ओर हम पार्टी के सृजनकर्ता जीतनराम मांझी लगातार बयान दे रहे हैं कि महागठबंधन टूटेगा और नीतीश पुनः एनडीए में शामिल होंगे। वहीँ मांझी के इन अटकलों का जवाब देते हुए जदयू मंत्री रत्नेश सदा ने कहा कि,” बिहार में कोई खेला नहीं होने वाला है। जीतन राम मांझी बेबुनियाद बात करते हैं। जब से हमलोग से अलग हुए हैं, बीजेपी वाले मछली की तरह छटपटा रहे हैं।” रत्नेश सदा ने व्यक्तिगत तौर पर कहा कि नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित किया जाए और फिर देखिए देश में क्या खेला होता है। मंत्री रत्नेश सदा ने कहा, “अगर देश के प्रधानमंत्री किसी से डरते हैं, तो नीतीश कुमार से डरते हैं। हम तो बार-बार कहते हैं कि वो 24 कैरेट सोना नहीं हैं। जात-पात, हिंदू-मुस्लिम, मंदिर-मस्जिद करते हैं। हमारे मुख्यमंत्री सभी वर्ग, सभी धर्म, सभी जाति को लेकर राजनीति करते हैं।” इसपर उनसे सवाल किया गया कि अगर ऐसा है तो नीतीश कुमार को चेहरा क्यों नहीं बनाया जा रहा है? कांग्रेस क्यों नहीं चाह रही है? इसका जवाब देते हुए रत्नेश सदा ने कहा, “कोई ऐतराज नहीं है. समय आएगा देख लीजिएगा।”