लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व जमुई सांसद चिराग पासवान ने बुधवार को पटना में दही-चूड़ा भोज किया। चिराग के इस भोज में एनडीए का पूरा कुनबा अलग अलग वक्त पर दिखा। इस भोज से ही नीतीश कुमार पर बयानों पर खूब तीर चले। एक दिन पहले ही नीतीश कैबिनेट ने गरीब परिवारों को 2-2 लाख रुपए देने का फैसला लिया है। सरकार के इस फैसले पर भी एनडीए नेताओं ने उन्हें घेरा। इस दौरान चिराग पासवान ने कहा कि “चुनावी सालों में लिया गया यह फैसला चुनावी हितों के लिए ही है।”
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चिराग पासवान ने कहा कि “अगर किसी परिवार को सरकार ने 2 लाख रुपया दे भी दिया तो क्या वो परिवार अपना पूरा जीवन उस रुपए में व्यतीत कर लेगा? जरूरत है सरकार गरीब परिवारों को एक स्थाई समाधान दें। 2 लाख रुपए देने से नहीं होगा। जब तक आप प्रति व्यक्ति आय नहीं बढ़ाएंगे और कैप्टा इनकम नहीं बढ़ेगा, तब तक कुछ नहीं होगा। ये तब बढ़ेगा, जब आपका रेवन्यू बढ़ेगा। मुख्यमंत्री पर सवाल उठाते हुए चिराग ने कहा ये सब कैसे होगा? आपके पास तो विजन ही नहीं है। हमारा कृषि प्रधान राज्य है और इसकी हालत बहुत बुरी है। 2 लाख का झुनझुना देकर चुनाव में वोट पाने की सोच रखना सरासर गलत है। जरूरत गरीब परिवारों के परमानेंट सेटलमेंट कराने की है।”
इस दौरान रालोजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि “इतने दिनों से नीतीश कुमार को गरीब नजर नहीं आ रहे थे। चुनाव का समय है। वो चुनावी लाभ के लिए इस तरह की योजना ला रहे हैं। बाकी 18-20 सालों से वो सरकार में हैं। इतने सालों में उन्हें बिहार के गरीब नहीं दिखे। सीधी बात ये है कि उनकी जमीन खिसक गई है। अब वोट के जरिए उन्हें फायदा कैसे हो? कैसे फिर से कुछ हासिल करें? इसी सोच के साथ वो इस योजना को ला रहे हैं।”
चिराग पासवान के घर पहुंचे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि “आने वाले चुनाव में इंडी गठबंधन का एक भी खाता नहीं खुलने वाला है लालू प्रसाद यादव के साथ नीतीश कुमार को भी बिहार की जनता पहचान चुकी है नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार बीजेपी इस चुनाव में 40 की 40 सीट जीतने का काम करेगी।”
इस कार्यक्रम में राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर, पूर्व मुख्यमंत्री व हम के संरक्षक जीतन राम मांझी भी शामिल हुए।