[Team insider] गुमला के घाघरा थाना के अरंगी बाजार से माओवादियों के नाम से लेवी व रंगदारी वसूलने वाले तीन कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया। अपराधियों के पास से एक देसी कट्टा तीन गोली व मोबाइल भा बरामद हुई है। घटना के संबंध में गुमला एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल, थाना प्रभारी अभिनव कुमार सहित कई पुलिस पदाधिकारियों ने सामूहिक रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि गुप्त सूचना मिली थी, कि अरंगी बाजार में डकैती व रंगदारी मांगने के आरोप में जेल जा चुके जितेंद्र सिंह बाजार में घूम रहा है। उसके पास देसी कट्टा है।
बदल-बदल कर बता रहा था अपना नाम और पता
मामले का सनहा दर्ज कर पुलिस अधीक्षक को सूचना दिया गया। जिसके बाद एक टीम गठन एसपी के निर्देश पर किया गया और छापेमारी दल अरंगी स्थित जितेंद्र सिंह के घर में छापेमारी कर पकड़ लिया गया। पकड़े गए जितेंद्र का नाम पूछने पर वह बदल बदल कर अपना नाम और पता बताने लगा। सख्ती से पूछे जाने पर अपना नाम जितेंद्र सिंह पिता दीपक सिंह अरंगी गांव बताया।
व्यापारियों को डरा धमका कर करता था वसूली
हथियार व मोबाइल के बारे में पूछा गया तो जितेंद्र ने बताया कि वह अपने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर एक सालों से उसी मोबाइल का प्रयोग कर घाघरा सिसई बसिया पालकोट क्षेत्र के व्यापारियों को डरा धमका कर वसूलने का काम करता है। हाल में ही अरंगी के एक व्यक्ति से रंगदारी मांगा था। जिसके निशानदेही पर हथियार मोबाइल बरामद करने के बाद घाघरा के खपिया गांव निवासी गणेश उरांव व मनोहर बड़ाईक ग्राम पोटका थाना बसिया के दोनों अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। वहीं चौथा एक अपराधी फरार है। जिसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
अपराधी सुधरें नहीं तो जेल के सलाखों के पीछे होंगे
एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल ने बताया कि मोबाइल से रंगदारी मांगने का गिरोह बनाकर लोगों को लगातार डरा धमका कर पैसा वसूल रहे थे। इन लोगों की गिरफ्तारी से निश्चित रूप से अपराधियों में खौफ पैदा होगी और आने वाले दिनों में अपराध में कमी आएगा। उन्होंने बताया कि इस तरह की आपराधिक गतिविधि में शामिल जो भी लोग हैं सुधर जा नहीं तो जेल के सलाखों के पीछे होंगे।