भारत रत्न (Bharat Ratan) से कर्पूरी ठाकुर (Karpuri Thakur) को सम्मानित किए जाने पर राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश (Harivansh) ने खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि बड़ी हस्तियों को 2014 के बाद भारत रत्न (Bharat Ratan) और पद्म पुरस्कार (Padam Puraskar) दिए जा रहे हैं। कर्पूरी ठाकुर (Karpuri Thakur) केवल बिहार नहीं, पूरे देश की बड़ी हस्तियों में से एक हैं। वह आजाद भारत में कभी चुनाव नहीं हारे थे। ठाकुर ने झोपड़ी से जीवन शुरू किया। उन्होंने इस नश्वर संसार को जब छोड़ा तो गांव में उनकी झोपड़ी ही थी। वह सादगी, ईमानदारी के बेमिसाल प्रतिमूर्ति थे। कांग्रेसी और गैर कांग्रेसी सरकारों से लगातार कर्पूरी को भारत रत्न दिए जाने की मांग की जा रही थी, लेकिन किसी ने पहल नहीं की। अब मोदी सरकार ने गौरव प्रदान किया। हरिवंश ने कहा कि इसके लिए फिर से पीएम मोदी और केंद्र सरकार को धन्यवाद।
BJP ने लालू-नीतीश के दांव की निकाली तोड़, कर्पूरी ठाकुर पर मास्टर स्ट्रोक
परिवार वालों ने बांटी मिठाइयां
कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किए जाने पर उनके परिवार के सदस्यों ने मिठाइयां बांटीं। परिवार वालों का कहना है कि उन्हें यह सम्मान कई वर्ष पहले ही मिलना चाहिए था। जब भी सम्मान को लेकर बात छिड़ती थी तो एक उम्मीद बंधती थी। हर बार निराशा हाथ लगती थी, लेकिन इस बार मोदी सरकार ने यह ऐलान कर वर्षों का इंतजार समाप्त कर दिया।
जो कोई पीएम नहीं किए, वो मोदी ने कर दिखाया
भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि अब तक जो काम कोई प्रधानमंत्री नहीं कर पाया, उसे मोदी ने किया। अति पिछड़ों की लड़ाई लड़ने वाले कर्पूरी जी को एक दूसरे अति पिछड़े के बेटे नरेंद्र मोदी ने भारत रत्न से सम्मानित करने का काम किया है। कर्पूरी ठाकुर का पूरा जीवन गरीबों को समर्पित था। उन्होंने अति पिछड़ों के लिए अलग से आरक्षण की व्यवस्था की थी।