बिहार में सियासी हलचल उफान पर है और पटना से लेकर दिल्ली तक बैठकों का दौर अभी भी जारी है। बिहार की राजनीती में नीतीश कुमार के फिर से पाला बदल कर भाजपा के साथ जाने के कयास लगातार लगाये जा रहे हैं। देखा जाये तो फिलहाल जनाता दल यू और भारतीय जनता पार्टी सार्वजनिक रूप से अपने पत्ते खोलने को तैयार नहीं है।
बिहार में मचे राजनीतिक घमासान के बीच भाजपा आलाकमान ने बिहार भाजपा के नेताओं को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर गुरुवार शाम को बैठक के लिए दिल्ली बुलाया था। इस उच्चस्तरीय बैठक में अमित शाह और जेपी नड्डा ने बिहार प्रभारी विनोद तावड़े और बिहार के प्रदेश संगठन महासचिव भीखूभाई दलसानिया सहित बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के साथ करीब पौने दो घंटे तक मंथन किया। खबर आ रही है कि अमित शाह के आवास पर हुई इस बैठक में बिहार की राजनीतिक उठा पटक के बीच तमाम परिस्थितियों और विकल्पों पर तथा नीतीश के एनडीए में फिर से वापसी के लिए कई संभव पहलुओं पर विचार किया गया। सूत्रों के हवाले से ये सूचना मिली है बैठक में भाजपा की ओर से सभी नेताओं को नीतीश कुमार को लेकर कोई भी विवादित बयान देने से बचने की सलाह दी गई है। इस बैठक से पूर्व दिल्ली पहुचकर प्रदेश भाजपा के इन सभी नेताओं ने पहले विनोद तावड़े के घर पर भी बैठक की थी। बिहार भाजपा नेताओं के साथ बैठक के समाप्त हो जाने के बाद अमित शाह के आवास पर स्वयं शाह और नड्डा ने अलग से भी बैठक की, जहाँ उन्होंने भाजपा के आगे के स्टैंड को लेकर चर्चा की।
देखा जाये तो बैठकों का दौर तो अभी भी लगातार जारी है, लेकिन नेतागण अभी मीडिया के आगे कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। बैठक के बाद सम्राट चौधरी से जब नीतीश कुमार की वापसी को लेकर सवाल पूछे गए तो टालते हुए उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर यह बैठक हुई है। इससे पहले दिल्ली पहुंचने पर नीतीश कुमार के फिर से एनडीए में स्वागत को लेकर पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा था कि पहले बैठक तो हो जाने दीजिए। इस जवाब से ऐसी अटकलें लोगों के जेहन में और ज्यादा मजबूत हो गयी। लेकिन बैठक के बाद इस बात को लेकर कोई विशेष बयान नेताओं की ओर से नहीं आया। जाहिर सी बात है कि भाजपा इस मसले पर फिलहाल कुछ कहने से कतरा रही है.
इससे पहले एअरपोर्ट पर सम्राट चौधरी और के.सी. त्यागी के बीच बातचीत भी हुई थी और दोनों नेता एक ही फ्लाइट से दिल्ली भी गए थे। हालांकि दिल्ली पहुंचने के बाद एनडीए में फिर से जाने के सवाल पर त्यागी ने ये बयान दिया कि अभी ऐसा कुछ भी नहीं है। इंडिया गठबंधन सलामत है और जेडीयू भी इसका हिस्सा है। भाजपा और जेडीयू दोनों में से कोई भी पार्टी फिलहाल सार्वजनिक रूप से मीडिया के सामने इस बारे में कुछ भी कहने कतरा रही है।
बता दें कि लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार रात को अमित शाह और जे.पी. नड्डा के साथ एक बड़ी बैठक की थी, जिसमे सूत्रों के अनुसार तीनों नेताओं की इस बैठक में भी नीतीश कुमार की वापसी और बिहार के राजनीतिक हालात और लेकर चर्चा हुई थी।