बिहार की राजनीति में आज एक बड़ा भूचाल आया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का महागठबंधन से नाता से टूटते हुए राजद से अलग होने लगभग ते माना जा रहा है। इस घटनाक्रम के बाद, बिहार में राजनीतिक समीकरणों में भारी बदलाव की संभावना है।
लालू यादव ने फोन क्यों लगाया?
सूत्रों के अनुसार, राजद अध्यक्ष लालू यादव ने आज नीतीश कुमार से बात करने की कई बार कोशिश की। उन्होंने नीतीश कुमार के अंगरक्षक और सीएम आवास के लैंडलाइन नंबर पर फोन लगवाकर उनसे बात करने का प्रयास किया, लेकिन नीतीश कुमार ने उनके फोन का जवाब नहीं दिया। बताया जा रहा है कि लालू यादव ने पाँच बार फोन किया.
नीतीश कुमार के अलग होने के कारण:
हाल ही में नीतीश कुमार ने कर्पूरी ठाकुर जन्मशती समारोह में परिवारवाद पर कटाक्ष किया था, जिसके बाद से राजद और जदयू के बीच तनाव बढ़ गया था। इसके साथ ही, राजद ने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की मांग उठाई थी, जो जदयू को स्वीकार नहीं था। माना जा रहा है कि इन वजहों से नीतीश कुमार ने राजद से नाता तोड़ दिया है।
आगे क्या होगा?
नीतीश कुमार के राजद से अलग होने के बाद, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वे एनडीए में वापस शामिल हो सकते हैं। कल जदयू विधायक दल की बैठक बुलाई गई है, जिसमें नीतीश कुमार के आगे के कदमों पर फैसला होगा।
इस घटनाक्रम के कुछ महत्वपूर्ण पहलू:
- नीतीश कुमार ने 2017 में राजद और कांग्रेस के साथ महागठबंधन बनाया था।
- 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में महागठबंधन ने जीत हासिल की थी।
- नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच मतभेद पिछले कुछ समय से बढ़ रहे थे।
- नीतीश कुमार के एनडीए में वापस जाने से बिहार में राजनीतिक समीकरणों में भारी बदलाव होगा।
यह घटना बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। आगे क्या होता है, यह देखना बाकी है।