बिहार में जो राजनीतिक हालात हैं, उसमें एक तरह से सभी ने यह मान लिया है कि नीतीश कुमार ने राजद और कांग्रेस के साथ महागठबंध का साथ छोड़ कर भाजपा का साथ कबूल कर लिया है। बस घोषणा करना बाकी है। कर्पूरी ठाकुर की जयंती के बाद से महागठबंधन में टूट की खबरें सामने आने लगी थी दरअसल, नीतीश कुमार ने कर्पूरी ठाकुर की जयंती के मौके पर परिवारवाद पर हमला बोला था, जिसके बाद राजद सुप्रीमो लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर नीतीश पर हमला बोला था हालांकि उन्होंने ट्वीट के कुछ देर बाद ही ट्वीट को डिलीट कर दिया था। जिसके बाद से ही राजद और जदयू में टूट की खबरें तेजी से आने लगी है। हालात ऐसे हो गए है कि बिहार में महागठबंधन टूट कर भाजपा के समर्थन से नीतीश सीएम बनेंगे। जिसको लेकर जनाधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने कर्पूरी ठाकुर का नाम लेकर नीतीश पर हमला बोला है।
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‘गाली है नीतीश’
पप्पू यादव ने ट्वीट कर लिखा है कि कार्यकाल लंबा नहीं, किरदार बड़ा होना चाहिए। कर्पूरी ठाकुर सवा दो साल, शेरशाह सूरी सवा चार साल, पद पर रहे, पर क़द कितना बड़ा है, विरोधी भी श्रद्धा से झुक जाते हैं, नीति, सिद्धांत, ईमान बेच, दो दशक पद पर रह कर, क्या पाया? किरदार बेच, ज़िल्लत पाया, अपने नाम को, एक नया गाली बनाया। इसके आगे पप्पू यादव ने लिखा है कि- दुर्भाग्य! इतनी लंबी राजनीति इतना ऊंचा पद आख़िरकार अंत में सब कहेंगे बिहार का कलंक।