बिहार में राजद से अलग हो जाने के बाद पहली बार नीतीश कुमार ने बुधवार को खुलकर मीडिया से बात की। इस दौरान राहुल गांधी से लेकर तेजस्वी यादव तक पर नीतीश कुमार ने हमला किया। उन्होंने कहा कि अब हम अच्छी जगह आ गए हैं और मिलकर काम करेंगे। क्रेडिट की लड़ाई को आगे बढ़ाते हुए नीतीश ने कहा कि “बिहार में काम हमलोग कर रहे थे और क्रेडिट राजद वाले ले रहे थे। हम विकास के लिए लगातार काम कर रहे, रोजगार की बात पहले से होती रही है। हम तो चाहते थे कि सब काम अच्छा से हो लेकिन कुछ काम करने पर भी वो लोग अकेले क्रेडिट ले रहे थे।”
इस दौरान जातीय जनगणना को लेकर राहुल गांधी द्वारा उठाए सवाल पर भड़के नीतीश ने कहा कि “आप खुद सोच लीजिए इससे फालतू वह क्या बोल सकते हैं। यह सब काम तो हमने किया है ना उसे समय तो राहुल गांधी दूसरे तरफ थे। अब कोई अपनी झूठ में अपना क्रेडिट लेते रहता है तो क्या ही कहा जा सकता है।”
वहीं राजद द्वारा राज्य में नौकरियां देने के दावे पर नीतीश कुमार ने कहा कि ” हमने कितनी बहाली करवाई है, कितने लोगों को रोजगार दिया है। यह बात है किसी से छुपी हुई नहीं है। यह सब मेरा सात निश्चय दो के तहत पहले से तय था। इसके बावजूद कोई से खुद का काम बता रहा है तो फिर क्या कहा जा सकता है। वह तेजस्वी यादव के 17 महीने और 17 साल वाले बयान पर कहा कि यह सब फालतू बात है कितने लोगों को रोजगार मिलता है।”
उन्होंने आगे कहा कि “2005 से पहले बिहार में कैसी पढ़ाई होती थी यह कोई भूल नहीं गया है इन लोगों का जब शासन था तब लोग शाम में 5:00 बजे के बाद घर से बाहर निकलने से परहेज करते थे। तेजस्वी यादव तो बच्चा थे उनको नहीं मालूम है उनको पूछना चाहिए।2005 से पहले किसी को इलाज के लिए पैसे मिलते थे क्या हमारी सरकार आई तभी लोगों को इलाज के लिए पैसे देने की योजना लाई गई। उससे पहले क्या होता था वह किसी से छुपा हुआ नहीं है वह तो बच्चा है उसको अभी जानकारी नहीं है।”