बेगूसराय में पुलिस की बर्बरता का एक क्रूर चेहरा सामने आया है, जिसमें वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस के जवानों ने एक बाइक सवार युवक की आंख ही फोड़ डाली। घटना छौराही थाना क्षेत्र के रामपुर की है। पीड़ित की पहचान गढ़पुरा थाना क्षेत्र के हरकपुरा निवासी प्रदीप कुमार के रूप में की गई है।
पीड़ित प्रदीप कुमार के भांजे दीपक कुमार ने बताया कि वह छौराही की ही एक चिमनी पर रहकर मजदूरी का काम करता है और वह आज अपने मामा के साथ बाइक से हरकपूरा जा रहा था। उसी क्रम में छौराही पुलिस के द्वारा रामपुर के समीप वाहन चेकिंग के लिए जवानों को तैनात किया गया था। लेकिन वाहन चेकिंग के दौरान ही पुलिस के जवानों ने उन्हें रोकने का इशारा किया और जब तक वह रुकते तब तक पुलिस के जवान ने डंडा चला दिया जो डंडा प्रदीप कुमार के आंख में लग गई। चोट लगने के बाद से ही प्रदीप कुमार को एक आंख से दिखाई नहीं दे रहा है। फिलहाल उसका इलाज छौराही पीएचसी में करवाया गया, जहां उसकी हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने सदर अस्पताल बेगूसराय के लिए रेफर कर दिया है। अब देखने वाली बात होगी की बरीय पदाधिकारी के द्वारा उक्त डंडेबाज पुलिस वाले के विरुद्ध किस तरह की कार्रवाई की जाती है।
इस मामले में मंझौल डीएसपी श्याम किशोर रंजन ने बताया है कि जब छौड़ाही थाने की पुलिस के द्वारा बाइक चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था, तभी बाइकसवार दोनों युवकों को बाइक रोकने के लिए पुलिस ने कहा। लेकिन दोनों युवक बाइक लेकर भागने लगे और भागने केक्रम में बाइक गिर गयी। जिससे एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। फिलहाल उन्होंने बताया है कि इस मामले में अभी तक कोई आवेदन नहीं दी गई है। आवेदन अगर पीड़ित के द्वारा दी जाएगी तो आवेदन के आधार पर आगे की जांच की जाएगी। जांच में जो दोषी पाए जाएंगे उन पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद बीजेपी के सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर ने कहा कि पुलिस की बर्बरता एक बार फिर सामने आई है, जहां पुलिस ने एक व्यक्ति को बाइक चेकिंग के नाम पर उसे ऐसा मारा कि उस व्यक्ति का आंख ही फूट गया। हम पुलिस प्रशासन से ऐसे पुलिस कर्मी के खिलाफ जांच की मांग करते हैं। इसकी बजाबते जांच होनी चाहिए और उक्त पुलिसवाला अगर जांच में दोषी पाया जाये तो उस पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए।