सामाजिक समरसता संकल्प सभा सह सम्मान समारोह में आज बिहार के कैबिनेट मंत्री संतोष कुमार सुमन गया के कोटेश्वर धाम पहुंचे, जहाँ फूलमालाओं के साथ उनका जोरदार स्वागत किया गया।
यह सम्मान समारोह कोटेश्वर धाम समिति के द्वारा आयोजित की गई थी, जिसमें कोटेश्वर धाम के संस्थापक आदित्य कृष्णा गिरी,जयकांत वत्स सहित समिति के लोग कई अन्य लोग शामिल हुए। इस मौके पर अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री संतोष कुमार सुमन ने पूर्व मंत्री सुरेंद्र यादव द्वारा नीतीश कुमार को अभिभावक कहे जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री तो सभी के अभिभावक है, लेकिन जहा तक सुरेंद्र यादव जी का सवाल है, तो उन्हें भी कहीं ना कहीं असहजता महसूस हो रही है और वह भी जांच से हताश हो गए हैं। बता दें कि सुरेन्द्र यादव ने इससे पहले नीतीश कुमार पर तंज़ कसते हुए कहा था कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के रूप में एक अभिभावक हैं और सिर्फ कुछ लोगों पर जांच न बैठकर उन्हें पूरे कैबिनेट के ऊपर जांच बैठानी चाहिए। इधर संतोष सुमन द्वारा मीडिया ने जब ये सवाल किया कि लालू यादव ने फिर से नीतीश कुमार के लिए दरवाज़ा खोल दिया है, जिसपर सुमन ने कहा कि दरवाजा खोलने की जहां तक बात है तो हम लोग एनडीए के सरकार में पूरी तरह सहज महसूस कर रहे हैं। माननीय मुख्यमंत्री भी इस गठबंधन में सहज महसूस कर रहे हैं और जहां तक उक्त दरवाजा खुला रहने की बात है तो वह दरवाजा निश्चित ही प्रदेश में जंगलराज की ओर ले जाएगा।
इधर महंत आदित्य गिरी ने पत्रकारों से बातचीत में कोटेश्वर धाम सम्मान समारोह को लेकर कहा कि यह समरसता सम्मान समारोह लोगों में समानता के भाव को जगाते हुए समरसता के साथ जीने की सीख के साथ आयोजित हुआ है। हमारा बिहार न दूसरा कश्मीर बने, न दूसरा बंगाल बने और न ही दूसरा केरल बने , बस इसी उद्देश्य से हमने इस सभा का आयोजन किया है। वहीँ धाम के सचिव जयकांत वत्स ने ओवैसी बंधुओं पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग हमें सहिष्णुता का पाठ पढ़ते हैं। जब हमारे रामलला 500 से अधिक वर्षो तक तम्बू में रहे,फिर भी इन्हें हिन्दुओं से सहनशीलता और सहिष्णुता का सर्टिफिकेट चाहिए।