भारत जोड़ो न्याय यात्रा 39वें दिन बुधवार को उत्तर प्रदेश के उन्नाव और कानपुर पहुंची. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के स्वागत के लिए बड़ी संख्या में लोग सड़क पर उतर गए थे. लाल रंग की खुली जीप में सवार राहुल गांधी जनता का अभिवादन स्वीकार करते हुए आगे बढ़ते गए. यात्रा का 39वां दिन कानपुर में समाप्त हुआ. 22 और 23 फरवरी को भारत जोड़ो न्याय यात्रा विश्राम पर रहेगी. 24 फरवरी की सुबह मुरादाबाद से फिर भारत जोड़ो न्याय शुरू होगी.
इस दौरान अपने संबोधन में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा का लक्ष्य लोगों को न्याय दिलाना है. राहुल गांधी ने कहा कि देश में पिछड़ों की 50 प्रतिशत, दलितों की 15 प्रतिशत, आदिवासियों की आठ प्रतिशत, अल्पसंख्यकों की 15 प्रतिशत आबादी है. यह तकरीबन 90 प्रतिशत आबादी है. मगर देश की सबसे बड़ी 200 कंपनियों के मालिकों की लिस्ट में एक भी पिछड़ा, दलित, आदिवासी नहीं है.
इन वर्गों की कहीं की भागीदारी नहीं
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि ये कैसा राम राज है, जिसमें 90 प्रतिशत को रोजगार नहीं मिल सकता. लोग भूखे मर रहे हैं.इन वर्गों की कहीं भी भागीदारी नहीं है. इसलिए कांग्रेस ने कहा है कि हिंदुस्तान की प्रगति के लिए सबसे क्रांतिकारी कदम जाति जनगणना है. जाति जनगणना के बाद फाइनेंशियल सर्वे कराया जाएगा. इससे पता लगाया जाएगा कि किसके हाथ में कितना धन है. इससे साफ दिख जाएगा कि हिंदुस्तान का पूरा का पूरा धन दो-तीन प्रतिशत लोगों के हाथ में है. अडानी, अंबानी, टाटा, बिरला जैसे दो-तीन प्रतिशत लोग देश की जनता पर राज कर रहे हैं. ये लोग नए हिंदुस्तान के महाराजा हैं और प्रजा भटक रही है.
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने अग्निवीर योजना लाकर एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के युवाओं का सेना में जाने का रास्ता बंद कर दिया है. कभी पेपर लीक हो जाते हैं, कभी युवाओं को नौकरी से निकाल दिया जाता है. देश में पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों और सामान्य वर्ग के गरीबों को रोजगार नहीं मिल सकता. प्रधानमंत्री मोदी नहीं चाहते कि देश के पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों और सामान्य वर्ग के गरीबों को रोजगार मिले।
.कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यह भी कहा कि राम मंदिर के समारोह में अंबानी, अडानी दिखे. मगर गरीब, किसान, मजदूर, पिछड़े, दलित, आदिवासी नहीं दिखे. राष्ट्रपति आदिवासी हैं और पूर्व राष्ट्रपति दलित हैं, इसलिए उन्हें भी नहीं जाने दिया गया.