सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अवैध खनन मामले में सीबीआई (सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन) ने नोटिस भेजा है। उन्हें 29 फरवरी यानी कल दिल्ली में सीबीआई के सामने पेश होने के लिए तलब किया गया है।
एक न्यूज चैनल के सामने अखिलेश यादव ने खुद ही इसका खुलासा करते हुए कहा कि उन्हें बतौर गवाह पेश होने के लिए कहा गया है। भाजपा को घेरते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि अखिलेश यादव ने कहा कि पिछले चुनाव से पहले भी एक नोटिस आया था और इस चुनाव में भी एक नोटिस आया है। अखिलेश यादव अक्सर कहते रहे हैं कि उन्हें कांग्रेस की सरकार ने पहले ही सीबीआई क्लब में डाल दिया है और अब भाजपा भी वही काम कर रही है। गौरतलब है कि सीबीआई की इस नोटिस को लोकसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
दरअसल, 2012-13 में मुख्यमंत्री रहते खनन विभाग अखिलेश यादव के पास था। उस वक्त अवैध खनन को लेकर गंभीर आरोप लगे थे। 2016 में हाईकोर्ट के आदेश के बाद मामले की जांच शुरू हुई तो उसमें पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति का नाम सामने आया। इतना ही नहीं अखिलेश यादव सरकार में कई जिलों की डीएम रहीं बी चंद्रकला पर भी आरोप लगे और उनके यहां भी छापेमारी हुई।