प्रशांत किशोर बिहार में लगातार पदयात्रा कर रहे हैं। इस यात्रा का मकसद प्रशांत किशोर बिहार में राजनीतिक पुनर्जागरण बताया है। लेकिन चर्चा चलती रहती है कि प्रशांत किशोर 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। कई मीडिया रिपोर्ट्स में प्रशांत किशोर के वाल्मीकिनगर से चुनाव लड़ने की बात भी उठी। लेकिन प्रशांत किशोर ने साफ कर दिया है कि उनकी राजनीतिक मंशा क्या है।
एमएलसी चुनाव के लिए सीएम नीतीश कुमार ने किया नामांकन
प्रशांत किशोर ने कहा कि मैंने 18 माह पहले ही घोषणा कर दी थी कि वे अगले 10 वर्षों तक कोई चुनाव लड़ेंगे। राज्यसभा, लोकसभा, विधान सभा, विधान परिषद किसी भी सदन का सदस्य नहीं बनेंगे। अभी तो डेढ़ साल से हम पदयात्रा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरी कोशिश बिहार में सुधार के प्रयास की है और जब तक यह होगा नहीं, तब तक किसी बात का कोई मतलब नहीं।
सांसदों के लिए भाजपा-कांग्रेस ने बिहार को लालू-नीतीश को सौंपा : प्रशांत किशोर
उन्होंने कहा कि बिहार को भाजपा और कांग्रेस ने लोकसभा सांसद के लिए बरबाद कर दिया है। पहले कांग्रेस ने लालू यादव के हाथों में बिहार सौंप दिया, ताकि वे लूटते रहें और कांग्रेस को बिहार से सांसद मिलते रहें। इसी तरह भाजपा सबसे अधिक विधायकों वाली पार्टी होने के बावजूद नीतीश कुमार के हाथों में बिहार सौंप दिया है, ताकि उन्हें 30-35 सांसद यहां से मिलते रहें।
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार को सुधारने के लिए बाहर से कोई नहीं आएगा। पीएम नरेंद्र मोदी बिहार में हिंदू-मुस्लिम की बात करते हैं लेकिन सेमीकंडक्टर की इंडस्ट्री गुजरात में लगाते हैं। कांग्रेस हो या भाजपा, लालू हों या नीतीश किसी को बिहार की चिंता नहीं है।