सुपौल में 1200 करोड़ की लागत से बन रहा देश का सबसे बड़ा पुल गिर गया है। इसमें दबने से एक मजदूर की मौत हो गई। वहीं नौ से ज्यादा मजूदर घायल हैं। तीन से चार मजदूर गार्डर के नीचे दबे हुए भी हैं। एक बार फिर से बिहार में पुल हादसे के बाद विपक्ष और जनता पुल की गुणवत्ता पर सवाल उठा रही है। वहीं बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिंह ने पुल गिरने की जांच करने की बात कही है।
विजय कुमार सिंह ने कहा कि मधुबनी के भेजा-बकौर के बीच कोशी नदी पर निर्माणाधीन पुल के एक हिस्से की गिरने की मुझे सूचना मिली है, जिसमें एक मजदूर की मृत्यु और कुछ अन्य कार्य मजदूर के घायल होने की खबर है। उन्होंने कहा कि यह घटना बहुत दुखद और मन को पीड़ा देने वाली है। प्रशासन को घायलों की अविलंब मदद करने और समुचित मुआवजा देने का निर्देश दे दिया गया है।
हादसे की होगी जांच
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि निर्माणधीन पुल गिरने की जांच कराई जाएगी और दोषी पदाधिकारी अभियंताओं और कार्यरत कंपनी के विरुद्ध नियम अनुसार जांच की कार्रवाई की जाएगी। डबल इंजन की सरकार में भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और लोक निधि की लूट की छूट किसी को नहीं दी जा सकती। यदि जांच में यह बात सामने आएगी तो जिम्मेदार कर्मियों और कंपनी पर विधि सम्मत कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि हम इस घटना को लेकर लगातार NHAI के अधिकारियों से संपर्क में हैं और सारी आवश्यक जानकारी ले रहे हैं।
शाहनवाज हुसैन बोले- अत्यंत दुखद और पीड़ादायक है यह हादसा
पुल हादसे के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री सैय्यद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि सुपौल में कोसी नदी पर पुल का हिस्सा गिरने से हुआ हादसा अत्यंत दुखद और पीड़ादायक है। दुआ कर रहा हूं कि हादसे की जद में आए लोग सलामत रहें और बचाव दल को उन्हें सुरक्षित बचाने में सफलता मिले।
बता दें कि केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत देश के सबसे लंबे पुल का निर्माण हो रहा है। परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से 1200 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है। इसकी लंबाई 10.2 किलोमीटर से ज्यादा है। एप्रोच रोड मिलाकर पुल की कुल लंबाई 13.3 किलोमीटर होगी। पुल निर्माण का काम ट्रांस रेल कंपनी करवा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि हादसे के बाद कंपनी के अधिकारी और इंजीनियर मौके पर नहीं आए। लोगों का यह भी कहना है कि पुल का निर्माण 2023 तक पूरा होना था, लेकिन कोरोना और बाढ़ के कारण पुल निर्माण का समय बढ़ गया। वहीं सुपौल के जिलाधिकारी ने मामले की जांच की बात कही है। सदर एसडीएम इंद्रवीर कुमार ने कहा कि मधुबनी के भेजा से क्रेन आ रही है। गार्डर उठने के बाद ही सारी बात स्पष्ट हो पाएगी।