बिहार विधानसभा चुनाव (bihar assembly election) में टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व विधायक ने भाजपा का दामन थाम लिया है। बागी हुए रामेश्वर चौरसिया (Rameshwar Chaurasia) ने फिर से बीजेपी का दामन थाम लिया है। BJP के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (State President of Sanjay Jaiswal) की उपस्थिति में रामेशवर चौरसिया ने सदस्यता ग्रहण की। इसके पूर्व विधानसभा चुनाव के दौरान चौरसिया ने चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (LJP) का दामन थाम लिया था। हालांकि, लोजपा के टिकट से चुनाव हारने के बाद फरवरी 2021 में उन्होंने LJP का भी साथ छोड़ दिया। रामेश्वर चौरसिया ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को अपना इस्तीफा भेज दिया है।
LJP से लड़ा था चुनाव
रामेश्वर प्रसाद चौरसिया ने 2020 में LJP के टिकट पर बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। चिराग पासवान को भेजे अपने इस्तीफे में चौरसिया ने विधानसभा चुनाव में LJP से टिकट देने के लिए उनका आभार जताया था। रामेश्वर चौरसिया BJP उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी भी रह चुके हैं। वह इससे पहले BJP के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी जीत चुके हैं।
16 महीनों में ही भाजपा में वापसी
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जनवरी 2022 में बिहार भाजपा ने बागियों के लिए पार्टी के दरवाजे खोल दिए थे। इस क्रम में सबसे पहले राजेंद्र सिंह भाजपा में शामिल हुए. जो की भाजपा से बगावत कर चिराग की पार्टी लोजपा में शामिल हुए थें। इन्हें लोजपा के टिकट पर दिनारा सीट से टिकट मिली थी। इसके बाद अब रामेश्वर चौरसिया ने वापसी की है। हालांकि भाजपा ने अक्टूबर 2020 को 6 साल के लिए पार्टी से निकाला गया था। लेकिन 16 महीनों में ही भाजपा में वापसी हो गई। अक्टूबर 2020 को जारी लिस्ट में जो भाजपा में शामिल हुए- राजेंद्र सिंह, डॉ उषा विद्यार्थी, रवीन्द्र यादव, श्वेता सिंह, इंदु कश्यप, अनिल कुमार, मृणाल शेखर और अजय प्रताप। ये वही नेता हैं, जिन्हें रामेश्वर चौरसिया के साथ ही BJP ने 6 साल के लिए निष्कासित किया था।