बेगूसराय में राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने अरविंद केजरीवाल के जेल से शासन चलाने और महागठबंधन द्वारा समर्थन में रैली को लेकर निशाना साधा है। सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि देखिए लोकतंत्र की नैतिकता होती है कि संविधान के तहत काम होना चाहिए, जेल में एक मुख्यमंत्री है उन पर गंभीर आरोप है। न्यायालय ने उन्हें जेल से बाहर होने की अनुमति नहीं दी है। ऐसी स्थिति में नैतिकता कहती है कि यह इस्तीफा दे दें, और संवैधानिक नैतिकता की रक्षा करे, जनता ऐसे व्यक्ति के द्वारा शासित नहीं होना चाहती है जो गंभीर आरोप में जेल में बंद है और न्यायालय उन्हें कोई राहत नहीं दे रही है।
वहीं, उत्तर प्रदेश में अंसारी की मौत पर विपक्षी द्वारा सवाल उठाने पर राकेश सिन्हा ने कहा कि लोग सवाल उठा रहे हैं वह उसका प्रमाण दें और अनर्गल आरोप लगाना राज्य के प्रति अविश्वास पैदा करना, एजेंसी के प्रति अविश्वास पैदा करना लोकतंत्र के लिए घातक होता है। लोगों में भ्रम फैलाना और एक दूसरे के प्रति दूरी बढ़ा देना यह आरोप लगाने वाली विपक्ष सिर्फ सत्तावादी राजनीति करती है। न्यायालय के सामने सभी साक्ष्य प्रमाण मौजूद है, पुलिस के पास सभी प्रमाण है जो गंभीर आरोप लगा रहे हैं वह प्रमाण तो दें।
‘राहुल की भाषा लोकतंत्र की नहीं‘
राहुल गांधी को लेकर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जो कहा वह लोकतंत्र की भाषा नहीं है, लोकतंत्र में बदले का भाव नहीं होता है और लोकतंत्र में प्रतिद्वंदता होती है। इसमें मुद्दों और नीति पर राजनीति होती है। नीतियों की बात करने की जगह राहुल गांधी ऐसी भाषा बोल रहे हैं जो फासीवादी भाषा है, मुझे लगता है कि ऐसी फासीवादी भाषा को लोकतंत्र की जड़ में मट्ठा डालने का काम करती है।
तेजस्वी द्वारा भाजपा को जुमला कहने पर उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में काम हो रहा है तेजस्वी अगर अपने दो-चार काम बता दे जिसे जनता संतुष्ट हुई है, झूठ बोलकर शासन में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देकर जो लोग बैठे हैं उनको कोई नैतिक अधिकार नहीं है, ऐसे लोग PM मोदी और NDA पर सवाल नहीं उठा सकते हैं।