मुजफ्फरपुर साइबर थाने की पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय साइबर फ्रॉड गिरोह के तीन सदस्यों को पश्चिम चंपारण जिले से गिरफ्तार किया है। ये साइबर अपराधी पुलिस बनकर लोगों को कॉल करते थे और बेटे को रेप केस में पकड़े जाने का झांसा देकर ठगी करते थे। ठगी के पैसे को विदेशों में भेजा जा रहा था। गिरफ्तार अपराधियों में शाहिद अफरीदी, अजहरुद्दीन और एहसान आलम शामिल हैं। इनके पास से 1.33 लाख रुपये नकद, दो विदेशी करेंसी और साइबर फ्रॉड का सामान बरामद किया गया है।
साइबर अपराधी पुलिस के नाम पर लोगों को कॉल करते थे और उनके बेटे या परिजन के गिरफ्तार होने की बात करते थे। इसके बाद उन्हें धमकाकर पैसा वसूलते थे। 29 मार्च को मिठनपुरा थाना क्षेत्र की एक महिला को साइबर अपराधियों ने 24 हजार रुपये ठग लिए थे।
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस जांच में जुट गई। साइबर डीएसपी के नेतृत्व में स्पेशल टीम गठित की गई। टीम ने टेक्निकल बिंदुओ और विभिन्न बैंक खाते की जांच की। जांच के बाद शाहिद और अजहरुद्दीन को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से इस्तेमाल किया गया मोबाइल भी बरामद किया गया। दोनो से पूछताछ की गई। पूछताछ के आधार पर एहसान को भी पकड़ा गया।
पुलिस अन्य अपराधियों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। बीते 17 मार्च को भी पुलिस बनकर ठगी करने वाले गिरोह के चार शातिरों को गिरफ्तार किया गया था।
गिरफ्तार साइबर ठग के पास से 1.33 लाख रुपये, एक लैपटॉप, विभिन्न बैंक के 7 पासबुक, 10 अलग अलग बैंक के चेकबुक, एनएसडीएल बैंक के एटीएम कार्ड के 5 किट, 32 विभिन्न बैंक के एटीएम और डेबिट कार्ड, 1 एटीएम कार्ड स्वाइप मशीन, 1 पीओएस मशीन और एक बार कोड स्कैनर, पांच सिम कार्ड, 4 मोबाइल, 9 आधार कार्ड, 2 पैन कार्ड, 1 पासपोर्ट, 10 रियाल का नोट व एक रिंगित मलेशिया का नोट समेत अन्य सामान बरामद किये गये.
साइबर अपराधी 3500 से चार हजार रुपये में कुछ लोगों को कन्वेंस करके नया एटीएम कार्ड व सिम कार्ड खरीदता था। फिर, उसको साइबर अपराधियों को बेच देता था।