बिहार में लगभग डेढ़ दशक लालू यादव और महाराजगंज के बाहुबली पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह का साथ रहा है। 2009 में हार के बाद जदयू छोड़कर प्रभुनाथ सिंह राजद में आए थे। अब दोनों परिवारों की अगली पीढ़ी अलग राह पर चलने जा रही है। अब तक महाराजगंज में प्रभुनाथ परिवार राजद की पहचान रहा था। लेकिन लालू-तेजस्वी ने इस लोकसभा चुनाव में यह सीट कांग्रेस को देकर अपने रास्ते अलग करने का फैसला कर लिया। अब प्रभुनाथ परिवार की ओर से उनके बेटे रणधीर सिंह ने भी खुली बगावत कर दी है।
पप्पू यादव ने राजद पर साधा निशाना, पूछा – भाजपा से लड़ रहे हैं या डर रहे हैं
रणधीर सिंह महाराजगंज से टिकट कटने से नाराज हैं। 2019 का चुनाव रणधीर सिंह ने महाराजगंज से ही लड़ा था। हालांकि राजद के दूसरे सभी उम्मीदवारों की तरह रणधीर सिंह भी हार गए थे। अब रणधीर सिंह उसी चुनाव की बात उठाते हुए लालू परिवार पर निशाना साध रहे हैं। रणधीर सिंह ने साफ कर दिया है कि महाराजगंज से चुनाव वे लड़ेंगे या नहीं इसका फैसला 28 अप्रैल को महाराजगंज की जनता करेगी।
इसके बाद रणधीर सिंह ने टिकट कटने के सवाल पर कहा कि राजद को अगर टिकट नहीं देना था, तो नहीं देते। लेकिन हमारे साथ धोखा करने के लिए कांग्रेस को यह सीट दी गई। 2019 में मेरी हार को अगर टिकट कटने का कारण बताया जाता है तो पूरे बिहार में राजद का खाता भी नहीं खुला था। लालू यादव की बेटी भी हार गई थी। लेकिन उनके परिवार को तो टिकट दे दिया गया।