दिल्ली के मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज ने प्रशासन पर केजरीवाल की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। आप नेता का कहना है कि केजरीवाल को जेल में पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। उन्हें शुगर होने के बावजूद तिहाड़ जेल में इंसुलिन नहीं दी जा रही है। और ना ही तिहाड़ जेल में कोई डायबिटीज विशेषज्ञ ही नहीं है। यहां जनरल डॉक्टर डायबिटीज की जांच कर रहे हैं। कल ही तिहाड़ के डीजी ने एम्स को चिट्ठी लिखकर एक डायबिटीज रोग विशेषज्ञ की मांग की है। तिहाड़ में केजरीवाल को इंसुलिन नहीं दी जा रही है। यह सीधे-सीधे उनकी हत्या की साजिश नहीं तो और क्या है? भाजपा चाहती है कि उनके ऑर्गन काम करना बंद कर दें और उनकी मौत हो जाए।
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‘इंसुलिन जेल में है लेकिन केजरीवाल के लिए नहीं’
सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा, ‘मैंने कब कहा कि जेल में इंसुलिन नहीं है? मैंने तो यह कहा कि जेल में इंसुलिन है, मरीजों को दिया जाता है, सैकड़ों मरीजों को इंसुलिन दिया जा रहा है लेकिन अरविंद केजरीवाल को नहीं दिया जा रहा है। क्योंकि सबको थोड़ी न मारना है, मारना तो बस अरविंद केजरीवाल को है।’ यह कह रहे हैं कि हमारे यहां विशेषज्ञ और डॉक्टर हैं… जो अरविंद केजरीवाल को देख रहे हैं।’ इसके बाद सौरभ ने एक पत्र दिखाया। उन्होंने आगे कहा, ‘यह पत्र तिहाड़ जेल के डीजी ने कल (20 अप्रैल) एम्स को लिखा है। तिहाड़ डीजी ने कहा है कि हमें एक शुगर या डायबिटीज के स्पेशलिस्ट दे दिया जाए।’
अरविंद केजरीवाल ने गिरफ्तारी से महीनों पहले इंसुलिन का इंजेक्शन लगवाना बंद कर दिया था और वह साधारण शुगर रोधी दवा ले रहे थे। अधिकारियों ने तिहाड़ जेल प्रशासन की ओर से उपराज्यपाल वीके सक्सेना को भेजी गई एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए शनिवार को यह जानकारी दी थी। तिहाड़ जेल के महानिदेशक द्वारा शुक्रवार को जमा की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य की जांच 10 अप्रैल और 15 अप्रैल को मेडिसिन के विशेषज्ञ द्वारा की गई थी, जिन्होंने मधुमेह रोधी दवाओं की सलाह दी थी और यह कहना गलत है कि केजरीवाल को उपचार के किसी भी चरण में इंसुलिन देने से इनकार कर दिया गया था। अधिकारियों ने बताया कि इसमें कहा गया है कि जेल डिस्पेंसरी में इंसुलिन की पर्याप्त उपलब्धता है और इसे केजरीवाल को ‘जब कभी आवश्यकता होगी’ दिया जा सकता है।