भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी आज माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे पी नड्डा जी के साथ खगड़िया में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश बदल रहा, बिहार बदल रहा है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन में शामिल राजद, कांग्रेस सहित उसके अन्य घटक दलों की वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति उजागर हो गई है। राजद और कांग्रेस की मंशा संविधान की अवहेलना करते हुए दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों के लिए निर्धारित आरक्षण को कम कर उसे मुसलमानों को देने का है। कांग्रेस और इंडी गठबंधन लाख कोशिश कर लें भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रहते एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता है।
सम्राट चौधरी ने कहा कि लालू यादव और उनका दल राजद सबसे बड़ा आरक्षण विरोधी है। ये वहीं लालू यादव है जिन्होंने 2001 में बिना आरक्षण दिए पंचायत चुनाव करा कर ओबीसी की हकमारी की। आज लालू यादव उस कांग्रेस के साथ गलबहियां कर के चुनाव लड़ रहे हैं जिसने यूपीए-1 की सरकार बनते ही 2004 में आंध्र प्रदेश में एससी, एसटी और ओबीसी की हकमारी कर तुष्टिकरण के लिए मुसलमानों को आरक्षण देने का प्रयास किया था, मगर सुप्रीम कोर्ट की सजगता की वजह से उसे सफलता नहीं मिली थी। बाद के वर्षों में भी कांग्रेस एससी, एसटी और ओबीसी की हकमारी कर उनके हिस्से का आरक्षण मुसलमानों को देने का कई बार कोशिश कर चुकी है।
उन्होंने कहा कि आज जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस की इस साजिश को उजागर किया है तो इंडी गठबंधन के नेताओं को मिर्ची लगी है और वे मोदी को गाली देने की होड़ लगा रहे हैं। छुपे एजेंडा उजागर होने से कांग्रेस और इंडी गठबंधन के अन्य दलों में इतनी घबराहट पैदा हो गई है कि उनके नेता तिलमिला गए हैं। देश का संविधान धर्म के आधार पर आरक्षण की इजाजत नहीं देता है, मगर कांग्रेस संविधान को बदलने पर आमदा है।
श्री चौधरी ने कहा कि कांग्रेस और उसके घटक दलों को बाबा साहेब अम्बेदकर के संविधान पर भी भरोसा नहीं है। इंडी गठबंधन के एक नेता दक्षिण भारत को अलग देश बनाने की तो दूसरा नेता गोवा में भारतीय संविधान लागू नहीं करने की बातें कर रहे हैं। देश को उत्तर और दक्षिण के आधार पर बांटने की मानसिकता वाले इंडी गठबंधन देश की एकता के लिए एक गंभीर खतरा है।