लोकसभा के दो चरण के मतदान हो गए है प्रत्याशी तीसरे चरण के चुनाव के लिए तैयारियों में जुटे हुए है। इस दौरान पक्ष विपक्ष एक दूसरे पर हमलावर है ही लगातार सवाल भी कर रहे है। विपक्षी पार्टी लगातार केंद्र सरकार पर संविधान और आरक्षण खत्म करने का आरोप लगा रही है। आरक्षण को लेकर छिड़े घमासान पर लोजपा (रामविलास) के चीफ चिराग पासवान का बयान सामने आया है। चिराग पासवान ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी आरक्षण को पिछड़ों और दलितों से छीनकर एक खास धर्म के लोगों को देना चाह रहे हैं।
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धर्म के आधार पर किसी को आरक्षण नहीं दिया जा सकता
चिराग ने कहा ओबीसी और पिछड़ों के आरक्षण को छीनकर उसे धर्म के आधार पर देने का प्रावधान कांग्रेस और उनके सहयोगियों के द्वारा किया जा रहा है। जिस संविधान का नाम लेकर ये लोग बार-बार लोगों को डराने की कोशिश कर रहे हैं और कह रहे हैं कि संविधान को समाप्त कर दिया जाएगा, लेकिन उसी संविधान में स्पष्ट तौर से यह बात कही गई है कि धर्म के आधार पर किसी को कोई आरक्षण नहीं दिया जा सकता है। कर्नाटक जैसे राज्यों में जिस तरीके से ओबीसी का आरक्षण छीनकर धर्म के आधार पर दूसरे लोगों को दिया जा रहा है ये कांग्रेस और उसके सहयोगियों की सोच है। जिसमें वे धीरे-धीरे आरक्षण को समाप्त कर किसी एक धर्म विशेष को आगे बढ़ाने का ये लोग सोच रखता है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान का जिक्र करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि उनके बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार एक धर्म विशेष के लोगों का है। यह कांग्रेस की वही तुष्टीकरण की राजनीति है और इसको ढकने के लिए यह हमलोगों पर इल्जाम लगाया जा रहा है। कि हमलोग आरक्षण समाप्त कर देंगे और संविधान खतरे में है।