शिवहर लोकसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ती जा रही है। शिवहर लोकसभा का चुनाव भी अब दिलचस्प होता जा रहा है। लोकसभा चुनाव में शिवहर सीट (Sheohar Loksabha Seat) पर एनडीए और महागठबंधन के बीच आमने-सामने की लड़ाई का अनुमान लगाया जा रहा था। लेकिन इस लड़ाई को असदुद्दीन ओवैसी के AIMIM पार्टी की एंट्री ने चुनाव को दिलचस्प बना दिया।
अब लड़ाई त्रिकोणीय हो गया है
एक तरफ शिवहर लोकसभा सीट पर जहां एनडीए ने बाहुबली आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद को उम्मीदवार बनाया है। तो दूसरी तरफ इंडी महागठबंधन ने राजद उम्मीदवार ऋतु जयसवाल को मैदान में उतारा है। AIMIM के टिकट पर शिवहर के पूर्व सांसद सीताराम सिंह के सबसे छोटे पुत्र राणा रंजीत सिंह के आने से अब लड़ाई त्रिकोणीय हो गया है।
‘महंगाई का ‘म’ भी नहीं बोल पाते पीएम मोदी, इसलिए चुपचाप लालटेन छाप…’
बाहरी भगाओ शिवहर बचाव
ओवैसी ने इस बार शिवहर लोकसभा सीट पर पूर्व मंत्री सीताराम सिंह के बेटे और वर्तमान में भाजपा विधायक सह पूर्व सहकारिता मंत्री राणा रणधीर सिंह के भाई राणा रणजीत सिंह को पतंग छाप का सिम्बल देकर उम्मीदवार बनाया है। इसी को लेकर आज पूर्वी चमारण के मधुबन और ढाका में घोड़े और गाजे बाजे के साथ राणा रणजीत सिंह अपने समर्थकों के साथ बुलडोजर पर चढ़कर लोगों का अभिवादन कर रहे हैं तो दूसरी ओर बाहरी भगाओ शिवहर बचाव का नारा भी बुलंद कर रहे हैं।
चुनावी मैदान में उतरे राणा रंजीत ने अपने पिता की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अपने चुनावी अभियान की शुरुआत की। राणा रंजीत ने बंजरिया स्थित अपने पिता की प्रतिमा पर पुष्पांजलि करने के बाद पदयात्रा की शुरुआत की। जहां काफी संख्या में उनके समर्थक घोड़ों के साथ आगे चल रहे थे। जैसे ही उनका काफिला मधुबन के डाकबंगला चौक पर पहुंचा, वहां उनके समर्थकों ने जेसीबी से फूलों की बारिश कर उनका स्वागत किया।
इसके बाद राणा रंजीत ने बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माला चढ़ाई। इस दौरान उन्होंने कहा कि शिवहर गार्जियन विहीन नहीं होगा, शिवहर की धरती दिवंगत रघुनाथ झा, दिवंगत सीताराम सिंह और दिवंगत अनवरुल हक का है। उन्होंने कहा कि हमेशा कोई मुंह उठा कर चले आते हैं। वह जहां से आए हैं, वहीं वापस चले जाएं। शिवहर की जनता उन्हें स्वीकार करने वाली नहीं है।
नामांकन से पहले चिराग पासवान ने की पूजा, बोले- पापा की कमी महसूस हो रही है…
भितरघात होने की सम्भवना
लेकिन सबसे दिलचस्प बात ये है कि बीजेपी के विधायक सह पूर्व मंत्री राणा रणधीर सिंह एनडीए प्रत्याशी लवली आनंद के प्रचार प्रसार में जमकर लगे हुए हैं तो वहीं उनके छोटे भाई राणा रणजीत सिंह अब ओवैसी के पार्टी से टिकट लेकर मैदान में कूद गए हैं अब देखना दिलचस्प होगा की शिवहर की जनता किनको अपना सांसद बनाती है लेकिन इतना तो स्पष्ट हो गया है कि शिवहर में भी भितरघात होने की सम्भवना बढ़ गई है।