लोकसभा चुनाव को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप की सियासत जारी है। शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने दरभंगा में राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर जमकर हमला बोला था। आज यानी रविवार, 5 May को लालू प्रसाद ने उनपर पलटवार किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर 10 प्वाइंट लिखकर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की। लालू प्रसाद ने लिखा कि यह चुनाव मरने की नहीं ज़िंदा रहने की लड़ाई का चुनाव है। उन्होंने लिखा कि देश की 140 करोड़ जनता गंभीरता से काफी चीजें सोच रही है। उन्होंने तीसरी बार मोदी सरकार बनने के खतरे गिनाये हैं।
ज़िंदा रहने की लड़ाई का चुनाव
उन्होंने लिखा है कि मोदी सरकार आया तो संविधान खत्म कर देगा। मोदी सरकार आया तो लोकतंत्र खत्म हो जाएगा। मोदी सरकार आया तो आरक्षण समाप्त कर देगा। मोदी सरकार आया तो युवा बिन नौकरी मर जाएगा मोदी सरकार आया तो तो नौजवान बिन रोज़गार मर जाएगा। मोदी सरकार आया तो आम आदमी महंगाई से मर जाएगा। मोदी सरकार आया तो पुलिस और अर्धसैनिक बलों में भी अग्निवीर लागू कर देंगे। मोदी सरकार आया तो किसान अपना अधिकार मांगते मांगते मर जाएगा। मोदी सरकार आया तो इनके 10 वर्षों से अधिक नफरत एवं विभाजन और अधिक बढ़ जाएगा। मोदी सरकार आया तो 10 वर्षों में बर्बाद संवैधानिक संस्थाओं की बची-खुची स्वायत्तता भी खत्म हो जाएगी। यह चुनाव मरने का नहीं ज़िंदा रहने की लड़ाई का चुनाव है।
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विजय चौधरी ने दिया यह जवाब
वहीं लालू के बयान के सवाल पर सीएम नीतीश कुमार के करीबी और बिहार सरकार ने करीबी मंत्री विजय चौधरी ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि संविधान कहां खतरे में है? कौन ऐसी बात हो रही है जो संविधान के अनुरूप नहीं है। अभी तो चुनाव हो रहा है। राजद, पीएम और सीएम सभी अपने पार्टी के लिए वोट मांग रहे हैं। वोट मांगना संविधान खतरे में डालना होता है क्या? विपक्ष के लोग जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे।
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काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती
वहीं लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती है। कितनी बार इसी बात का डर दिखाया जाएगा। आज 10 साल से नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं, इन 10 सालों में बताइए कौन से संविधान को खतरा आ गया। कौन से आरक्षण को खतरा आ गया। कौन से लोकतंत्र पर खतरा आ गया। यह लोग अपना जवाब क्यों नहीं देते।