प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) की एक स्टडी से पता चला है कि भारत में 65 साल के दरम्यान हिंदुओं की आबादी घट गई है। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद देश की सियासत में नया विवाद छिड़ गया है। लोकसभा चुनाव के बीच संविधान, लोकतंत्र और अरक्षण के बाद जनसंख्या पर विवाद छिड़ने के बाद बिहार में भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बयानबाजी शुरू हो गई है। महागठबंधन में शामिल वीआईपी के चीफ मुकेश सहनी ने इसको लेकर बड़ा बयान दिया है।
वीआईपी प्रमुख ने कहा है कि देश में आबादी कम होगी तो महंगाई घटेगी। हिंदुओं की संख्या कम हो रही है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रियों को मिलकर जनसंख्या बढ़ानी चाहिए। सहनी ने कहा कि नरेंद्र मोदी को कहिए की जनसंख्या बढ़ाएं। जनसंख्या अगर घट रही है तो मोदी को कहिए बढ़ाने के लिए, हम उसमें क्या कर सकते हैं। हम दो , हमारे दो को हम मानते हैं। बाकी जिनको बढ़ाना है उनको थोड़े न कोई रोका है।
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सहनी से जब पूछा गया कि हिंदुओं की संख्या कम होना क्या चिंता का विषय नही है? इसपर सहनी ने कहा कि इस विषय पर क्या चिंता करना है। मेरा मानना है कि जितना छोटा परिवार होगा, उतना सुखी रहेगा और जितना बड़ा परिवार होगा उतना परेशानी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि केवल बच्चे को पैदा कर छोड़ देना तो ठीक नहीं है न, बच्चों की अच्छे से केयर करना पड़ता है।
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उन्होंने कहा कि कम बच्चे रहेंगे तो उनकी अच्छी परवरिस होगी और बहुत अधिक बच्चे हो जाएंगे तो उसका सही से केयर नहीं किया जा सकता है। हम तो किसी को जनसंख्या बढ़ाने से रोक नहीं रहे हैं, जिनको बढ़ाना है वे जनसंख्या बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि ये कोई मुद्दा नहीं है बल्कि मुद्दा यह होना चाहिए कि देश में बेरजगारी कहां पहुंच गई है, किसानों की आय कैसे दोगुनी होगी इन सब मुद्दों पर बात होनी चाहिए।