भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द सिंह ने कहा कि शौर्यशिरोमणि महाराणा प्रताप के लिए मातृभूमि की स्वतंत्रता और स्वाभिमान से बढ़कर कुछ नहीं था। महाराणा प्रताप सिंह का जन्म 9 मई 1540 को हुआ था, वे राजस्थान के उदयपुर राज्य के राजा थे। अपने प्रजा के लिए छत्र की तरह खड़ा रहने वाले छत्रियं परंपरा के वे सच्चे सपूत थे।
अरविन्द कुमार सिंह ने आगे कहा कि अनेकों कष्ट सहते हुए धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए उन्होंने राष्ट्र सेवा के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया। अरविन्द ने कहा कि वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी का शौर्य और उनकी पराक्रम की गाथाएं चिरकाल तक हमारी प्रेरणा का केंद्र रहेंगी। हमारे प्रेरणा स्रोत महाराणा प्रताप समरसता के पदचिन्हों पर चलते थे। वें समाज के हर लोग के साथ लेकर चलते थे और सबका साथ सबके विश्वास के साथ जीवन जिए हैं।
अरविन्द कुमार सिंह ने आगे कहा कि वीरता और राष्ट्र धर्म के प्रतीक महाराणा प्रताप को भील और मीना समाज के लोग अपना बेटा मानते थे और महाराणा प्रताप उनको अपना परिवार मानते थे। चित्तौड़ नरेश महाराणा प्रताप जी के जीवन शौर्य और त्याग से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। महाराणा प्रताप का त्याग और बलिदान सत्ता के लिए नहीं था बल्कि देश के लिए था।
इस भूमि का इतिहास बताता है कि वें कभी भी राष्ट्रवाद से विचलित नहीं हुई और मातृभूमि के लिए बलिदान देने के लिए सदैव तत्पर रहें है। छत्रिय शिरोमणि महाराणा प्रताप का व्यक्तित्व एवं कृतित्व आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा। आज राष्ट्र गौरव मेवाड के महाराणा हिन्दु सूर्य महाराणा प्रताप सिंह का जन्म दिन है। देशभक्ति स्वतंत्रता स्वाभिमान सहीषुणता पराक्रम और शौर्य के लहराते सरोवर प्रेरणास्रोत महाराणा प्रताप सिंह को कोटि कोटि नमन ।