झारखंड के गुमला में लोकतंत्र के महापर्व में हर वर्ग के मतदाताओं में उत्साह देखा गया है। शहर से लेकर गांव तक केवल मतदान के लिए लोग सड़क पर दिखे। कड़ी धूप, लंबी कतार, हाथों में छाता, सिर पर कपड़ा, रुमाल से चेहरे के पसीने को बार-बार पोंछ रहे हैं, लेकिन मतदान को लेकर सबमें जोश, उत्साह और उल्लास दिखा। ये नजारा काफी समय बाद नजर आया है। इससे पहले यहां सिर्फ नक्सलियों का बोलबाला होता था।
दरअसल, गुमला एक नक्सली एरिया है। इसी वजह से एक वक्त था जब यहां नक्सलियों का आतंक सिर चढ़कर बोलता था। लेकिन अब नक्सलियों के खात्मे के बाद 13 मई को यहां धूमधाम से लोकतंत्र का महापर्व मनाया गया। लोगों ने यहां पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
गुमला जिला मुख्यालय से दस किलोमीटर दूर बांसडीह जंगल से निकली सड़क सीधे कुरुमगढ़ जाती है। इस रास्ते का निर्माण ही नक्सलियों पर अंकुश लगाने के लिए किया गया था। तेतरडीपा के पास सोमवार को काफी संख्या में महिलाएं मतदान करती हुईं दिखी थी। बारडीह में भी मतदान करने के लिए लोग खड़े थे।