बिहार सरकार ने कैमूर और रोहतास जिले के दुर्गम पहाड़ी इलाकों में रहने वाले आदिवासी समुदायों के लिए बड़ी सौगात दी है. इन इलाकों में रहने वाले लोगों को अब 24 घंटे निर्बाध बिजली मिलेगी. साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एसबीपीडीसीएल) ने 117.80 करोड़ रुपये की लागत वाली एक बड़ी योजना तैयार की है जिसके तहत इन क्षेत्रों के 21,658 घरों तक बिजली पहुंचाई जाएगी.
क्यों जरूरी है ये योजना?
फिलहाल, इन आदिवासी बाहुल्य इलाकों में सौर ऊर्जा से बिजली आपूर्ति की जाती है. लेकिन, इससे दिन में सिर्फ 5-6 घंटे के लिए ही बिजली मिल पाती है. शाम ढलने के बाद इन इलाकों में पूरी तरह अंधेरा हो जाता है. इसी समस्या को दूर करने के लिए सरकार ने ये नई योजना बनाई है.
क्या होंगे फायदे?
इस योजना के पूरा होने से इन आदिवासी इलाकों में रहने वाले लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा. बच्चों की पढ़ाई, रात में इलाज की सुविधा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे. शाम के बाद भी लोग जरूरी काम निपटा सकेंगे.
बिहार राज्य पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (बीएसपीएचसीएल) के सीएमडी संजीव हंस ने इस परियोजना की जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना को मौजूदा संशोधित वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) के तहत लागू किया जाएगा. उन्होंने ये भी बताया कि परियोजना का काम जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा और इसे तय समय सीमा में पूरा कर लिया जाएगा.