शिवहर लोकसभा सीट पर छठे चरण में मतदान हो रहा है। यह सीट की बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन की पहचान भी रही है। इस बार इस सीट पर जदयू ने आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद को मैदान में उतारा है। शिवहर से दो बार सांसद रहे आनंद मोहन की सीट पर जीत को बेकरार लवली आनंद को रोकने के लिए राजद ने रितु जायसवाल को मैदान में उतारा है। शिवहर आनंद मोहन के अलावा रामदुलारी सिन्हा, हरिकिशोर सिंह का भी चुनाव क्षेत्र रहा है, जो अपने वक्त में केंद्रीय मंत्री भी रहे थे। इस बार वहां की लड़ाई दिलचस्प है क्योंकि भाजपा ने इस सीट पर हैट्रिक लगाने के बाद भी इस बार यह सीट जदयू को दे दी है।
छठा फेज धमाकेदार : 58 सीटों पर 3 केंद्रीय मंत्री, 3 पूर्व सीएम समेत 889 उम्मीदवार मैदान में
शिवहर लोकसभा सीट से इस बार कुल 12 उम्मीदवार हैं। इसमें लवली आनंद और रितु जायसवाल के अलावा बसपा से विजेंद्र ठाकुर, राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी से उपेंद्र सहनी, बज्जिकांचल विकास पार्टी से जगदीश प्रसाद, प्रबल भारत पार्टी से दिलीप कुमार मिश्रा, समता पार्टी से ममता कुमारी, एआईएमआईएम से राणा रणजीत, वीरों के वीर इंडियन पार्टी के सुधीर कुमार सिंह और समाज शक्ति पार्टी के मो. महताब आलम उम्मीदवार हैं। जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों में अखिलेश्वर श्रीवैष्णव और कन्हैया कुमार शामिल हैं।
वैसे पिछले तीन लोकसभा चुनावों में शिवहर क्षेत्र का इतिहास देखें तो भाजपा का कब्जा रहा है। पिछले तीन चुनावों में अनवारुल हक ने दो बार अलग अलग पार्टियों से भाजपा की रमा देवी को टक्कर देने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुए। 2009 में अनवारुल हक बसपा के टिकट पर लड़े तो 1.25 लाख वोटों से हारे। 2014 में राजद ने अनवारुल को टिकट दिया तो हार का अंतर 1.36 लाख हो गया। 2019 में राजद ने फैसल अली को टिकट दिया। फैसल को रमा देवी ने 3.40 लाख वोटों से हराया। शिवहर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले छह विधानसभा क्षेत्रों में 4 पर एनडीए के विधायक हैं जबकि दो पर राजद का कब्जा है।