पुरे बिहार में गर्मी का भीषण प्रकोप दिखने को मिल रहा है। 44 डिग्री से ऊपर का तापमान और भारी उमस से पैदा हो रही गर्मी स्कूली बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। उमस और गर्मी के प्रकोप से स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ रहा है। जिला में प्रतिदिन स्कूलों में बच्चों के बीमार और बेहोश होने की सूचना मिल रही है।
वहीं, शेखपुरा के अरियरी थाना क्षेत्र अंतर्गत मध्य विद्यालय मनकौल में बुधवार की सुबह भीषण गर्मी से 16 छात्र-छात्राएं बेहोश हो गए। एक साथ इतने स्टूडेंट्स के बीमार होकर बेहोश होने पर विद्यालय और पुरे गांव में अफरा-तफरी मच गई।
बेहोशी की हालत में 6 छात्राओं को बाइक और ई-रिक्शा से सदर अस्पताल शेखपुरा में भर्ती कराया गया। 2 छात्राओं को निजी अस्पताल ले जाया गया। इस दौरान बेहोश बच्चों को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस की सुविधा भी मुहैया नहीं हो सकी। इस घटनाक्रम से आक्रोशित ग्रामीणों ने शेखपुरा-ससबहना सड़क मार्ग को जाम कर दिया।
स्थानीय ग्रामीणों ने शिक्षा सचिव केके पाठक और सरकार के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। इसके साथ ही अभिभावक एवं बच्चों ने कल यानी गुरुवार से स्कूल का बहिष्कार करने का नारा दिया है। मध्य विद्यालय मनकौल में हुई इस घटना के बाद पूरे जिले के स्टूडेंट्स के पेरेंट्स और शिक्षकों में खलबली मच गई है। इस घटनाक्रम के बाद कई गांव के लोगों ने भीषण गर्मी के बीच स्कूल संचालक का विरोध करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही इस भीषण गर्मी में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव से ग्रीष्म अवकाश देने की मांग की है।