लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें और आखिरी चरण के लिए सभी सियासी दलों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है। इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को पंजाब के लुधियाना और पटियाला में रैलियां कीं। लुधियाना में आयोजित रैली में राहुल गांधी ने किसानों से एक बड़ा वादा किया कि अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बनती है, तो वे किसान कर्जा माफी आयोग बनाएंगे और किसानों के कर्ज माफ करेंगे। उन्होंने कहा कि यह कर्ज माफी एक बार नहीं बल्कि जब भी जरूरत होगी, तब-तब की जाएगी। उन्होंने इसे अरबपतियों की कर्ज माफी से जोड़ते हुए कहा कि जैसे वे (बीजेपी) अरबपतियों का कर्जा माफ करते हैं, वैसे ही हम किसानों का कर्जा माफ करेंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि किसान देश की रीढ़ की हड्डी हैं और उनकी सुरक्षा होनी चाहिए। उन्होंने यह भी वादा किया कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर कानूनी एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की गारंटी दी जाएगी। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी कहते हैं कि कानूनी एमएसपी नहीं दी जा सकती, लेकिन हम यह सुनिश्चित करेंगे कि किसानों को कानूनी एमएसपी मिले।
दूसरी ओर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देवरिया में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि चार जून को एनडीए की जीत का ऐलान होगा और राहुल गांधी हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ेंगे और परंपरागत तरीके से विदेश घूमने चले जाएंगे। उन्होंने दावा किया कि नरेंद्र मोदी पांचवें चरण के मतदान के बाद ही 310 सीटें पार कर चुके हैं और सातवें चरण के बाद एनडीए को 400 से ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद है।
इस चुनावी माहौल में जहां हर राजनीतिक दल अपने वादों और प्रचार के साथ जनता को आकर्षित करने की कोशिश कर रहा है, वहीं यह देखना दिलचस्प होगा कि आखिरकार किसके वादे और नीतियां मतदाताओं को ज्यादा प्रभावित करती हैं।