नई सरकार के गठन से पहले दिल्ली से बिहार तक हलचल मची हुई है। नई सरकार को बनाने में बिहार और खासकर नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की बड़ी भूमिका उभर का सामने आ रही। लोकसभा चुनाव परिणाम सामने आने के बाद एनडीए की बैठक में हिस्सा लेने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली दौरे पर हैं। बुधवार को एनडीए की बैठक में घटक दलों के प्रमुखों ने अपना समर्थन देते हुए तीसरी बार देश में एनडीए की सरकार बनाने का फैसला लिया।
मिल रही जानकारी के अनुसार नई सरकार के गठन से पहले नीतीश कुमार ने मंत्री पद को लेकर एक फॉर्मूला बीजेपी के सामने रखा है। नीतीश के फॉर्मूले के मुताबिक उन्हें 4 सांसदों पर एक मंत्री पद दिया जाना चाहिए। इस हिसाब से उनके 12 सांसद हैं, इसलिए उन्हें कैबिनेट में 3 मंत्री पद मिलने चाहिए। जेडीयू से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, ‘बिहार के सीएम नीतीश कुमार मोदी सरकार 3.0 के शपथ ग्रहण तक दिल्ली में ही रुक सकते हैं। इस बीच नीतीश आज जेडीयू के नवनिर्वाचित सांसदों के साथ बैठक भी करने वाले हैं।
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गुरुवार को दिल्ली में सीएम नीतीश कुमार से मिलने जदयू के कई नेता पहुंचे हैं। इससे पहले बुधवार को दिल्ली में सीएम नीतीश कुमार से मिलने जदयू के कई नेता उनके आवास पहुंचे। जेडीयू नेताओं के अनुसार, लोकसभा चुनाव में जदयू समेत एनडीए के उम्मीदवारों को मिली जीत की बधाई देने के लिए तमाम नेता पहुंचे हैं। नीतीश कुमार से मिलने जो नेता पहुंचे हैं उनमें राज्यसभा सांसद संजय झा, खिरू महतो अशोक चौधरी, आलोक सुमन, हर्षवर्धन सिंह, महाबली सिंह, केसी त्यागी, रामनाथ ठाकुर समेत कई अन्य के नाम सामने आ रहे हैं।
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बता दें कि लोकसभा चुनावों के नतीजों में एनडीए तो बहुमत (272) से ज्यादा (293) सीटें हासिल करने में कामयाब रहा है, लेकिन बीजेपी अपने दम पर बहुमत हासिल नहीं कर पाई है। इसलिए अब सीटों के हिसाब से सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद बीजेपी को सहयोगी दलों पर निर्भर रहना पड़ रहा है। बीजेपी के बाद एनडीए में चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी 16 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर है। वहीं नीतीश कुमार की जेडीयू ने 12 सीटों पर अपनी जीत दर्ज की है।