बिहार में मानसून को लेकर स्थिति अनिश्चित बनी हुई है। एक तरफ जहां अरब सागर से आने वाली मानसून शाखा दक्षिणी बिहार में थोड़ी राहत की बरसात कर सकती है, वहीं बंगाल की खाड़ी से आने वाला मानसून कमजोर पड़ गया है और पूरे बिहार को भिगोने में असमर्थ है।
अरब सागर से उम्मीद, बंगाल की खाड़ी से निराशा
मौसम विभाग के अनुसार, अरब सागर से आ रही मानसून शाखा बिहार के कुछ हिस्सों, खासकर दक्षिणी बिहार में थोड़ी बारिश ला सकती है। लेकिन यह इतनी मजबूत नहीं है कि पूरे राज्य को प्रभावित कर सके। दूसरी तरफ बंगाल की खाड़ी से आने वाला मानसून कमजोर पड़ गया है और फिलहाल पश्चिम बंगाल में ही डेरा डाले हुए है। ऐसे में बिहार को इस मानसून शाखा से खासा फायदा होने की उम्मीद नहीं है।
15-16 जून को आंधी-पानी की स्थिति बनने की संभावना
मौसम विभाग का कहना है कि फिलहाल मानसून के बिहार में प्रवेश को लेकर कोई सटीक पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता है। हालांकि 15 और 16 जून के आसपास राज्य के अधिकांश हिस्सों में आंधी-पानी की स्थिति बन सकती है। इस मौसमी हलचल से तापमान में गिरावट आने की संभावना है।
इन जिलों में लू का रेड अलर्ट जारी
मौसम विभाग (IMD) पटना ने 13 और 14 जून को पटना, अरवल, बक्सर, भोजपुर और औरंगाबाद जिलों में लू का रेड अलर्ट जारी किया है। इन इलाकों में बेहद घातक लू चलने की संभावना है। बता दें कि बुधवार को शेखपुरा, अरवल और भोजपुर में क्रमशः 44.8 डिग्री सेल्सियस, 44.7 डिग्री सेल्सियस और 44.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था।
बिहार में मानसून की स्थिति अभी अनिश्चित बनी हुई है। हालांकि अरब सागर से मानसून शाखा की तरफ थोड़ी उम्मीद बंधी है, वहीं बंगाल की खाड़ी से निराशा ही हाथ लग रही है। राज्य के लोगों को फिलहाल लू और आने वाली आंधी-पानी से बचाव के लिए सतर्क रहना चाहिए।